रायपुर : शनिवार को कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई . इस बैठक में अनुपूरक बजट को लेकर चर्चा की गई. इस बैठक में मुख्य रुप से धान खरीदी को लेकर फैसला लिया गया. बैठक खत्म होने के बाद वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि 'सरकार किसानों को परेशान होने नहीं देगी. बैठक में धान खरीदी की तारीख 5 दिनों तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है, जिसके बाद 20 फरवरी तक खरीद केंद्रों में धान की खरीद की जाएगी'.
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश की वजह से किसानों को धान खरीदी केंद्रों तक पहुंचने में परेशानी हो रही थी. केंद्रों में खरीदी ठप थी. इस स्थिति को देखते हुए लगातार सवाल उठ रहे थे कि, सरकार धान खरीदी की तारीख आगे बढ़ाती है या नहीं. मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि 'लगातार मांग हो रही थी कि धान खरीदी की तारीख बढ़ाई जाए,कई किसान खरीदी करने से छूट गए थे. प्रदेश में करीब 71 लाख मेट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है. लक्ष्य 85 लाख मेट्रिक टन धान का रखा गया था. 19 किसान धान बेच चुके हैं, जिन किसानों का धान नहीं बिक पाया है, मंत्री मंडल को लगा कि उसके लिए पांच दिन का समय पर्याप्त होगा, इसलिए 5 दिन का समय बढ़ाया गया है'.
दूर की जाएगी किसानों की परेशानी
बैठक के पहले ही कई मंत्रियों ने किसानों की परेशानी दूर किए जाने की ओर इशारा किया था. खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने रायपुर में खरीदी केंद्रों के निरीक्षण के दौरान ये कहा था कि, 'किसानों की परेशानी जल्द ही दूर की जाएगी'. वहीं इस विषय में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा था कि 'बेमौसम बारिश ने किसानों के साथ-साथ शासन को भी परेशानी में डाल दिया है. जिन किसानों का धान अभी नहीं खरीदा गया है छत्तीसगढ़ की सरकार उनके साथ हैं'.
बेमौसम बारिश की वजह से धान खरीदी केंद्रों में रखा करोड़ों का धान खराब होने लगा है, किसानों के साथ-साथ बारिश ने शासन की भी दिक्कतें बढ़ा दी हैं. धान खरीदी की तारीख बढ़ने से किसानों को थोड़ी राहत तो शासन की ओर से जरुर मिली है.