रायपुर/जांजगीर: छत्तीसगढ़ सरकार 1 नवंबर 2023 से धान का उपार्जन शुरु करने जा रही है. प्रदेश के सभी धान खरीदी केंद्रों में इसे लिए सभी तैयारियां पूरी ली गई है. वहीं इस साल प्रदेश सरकार धान खरीदी केंद्रों में बायोमेट्रिक मशीन की शुरूआत करने जा रही है. हालांकि जिन उपार्जन केंद्रों में बायोमेट्रिक मशीन नहीं पहुंची है. वहां पिछले साल की तरह ही मैनुअली धान खरीदी की जाएगी. ऐसे में पहले दिन से ही धान खरीदी केंद्रों में किसान अपने धान के साथ भारी संख्या में पहुंच सकते हैं.
15 के बजाय 20 क्विंटल धान खरीदेगी सरकार: भूपेश सरकार ने वर्ष 2023-24 में किसानों से प्रति एकड़ 15 के बजाय 20 क्विंटल धान खरीदने का ऐलान किया है. इस बार सीएम भूपेश बघेल ने धान खरीदी के लिए निर्धारित लक्ष्य 125 लाख मीट्रिक टन को पूरा करने की बात कही है. जिसके बाद किसानों के चेहरे खिले हुए है. इस साल भी धान खरीदी में किसानों की सुविधा के लिए मोबाईल ऐप "टोकन तुंहर हाथ" के द्वारा 60 प्रतिशत एवं 40 प्रतिशत मेनुअल टोकन काटने की सुविधा दी गई है.
धान खरीदी को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद: प्रदेश के सभी जिलों में धान खरीदी को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद है. प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासन द्वारा किसानों के धान समर्थन मूल्य में खरीदने के लिए जिला खाद्य विभाग और सहकारी समितियों के कर्मचारियों को धान खरीदी केंद्र में तैनात कर दिया गया है. इस बार आचार संहिता के कारण किसी भी धान खरीदी केंद्रों में जनप्रतिनिधियों द्वारा उद्घाटन और सम्मान समारोह का आयोजन नहीं किया जायेगा.
जांजगीर में धान खरीदी की तैयारी पूरी: जांजगीर कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने धान खरीदी के विषय में बताया, "जिले ने 1 नवम्बर से धान खरीदी के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है. धान खरीदी के लिए जिले में 129 केंद्र बनाए गए हैं. जिला खाद्य विभाग और सहकारी समितियों के कर्मचारियों को चुनाव कार्य से अलग रखा गया है. साथ ही किसानों के धान खरीदी में कोई गड़बड़ी नहीं हो, इसके लिए चेतावनी दी गई है. चुनाव के कारण किसी भी कर्मचारी को धान खरीदी से हटाया नहीं गया है. लेकिन धान के अवैध बिक्री करने वाले बिचौलिए और परिवहन, तौलाई में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.