रायपुर: छोटी कक्षाओं में पढ़ाई जाने वाली एनसीईआरटी की किताबों में शामिल कुछ पाठ को लेकर काफी सवाल उठ रहे हैं. (controversial poems of NCERT) इनमें मुख्य रूप से कविताओं को लेकर विवाद है. दरअसल इन कविताओं को लेकर छत्तीसगढ़ के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने ट्वीट भी किया था. (IAS officer Awanish Sharan) जिसके बाद से लगातार इसका विरोध किया जा रहा है.
एनसीईआरटी की पहली कक्षा की किताब में 'आम की टोकरी' नाम की कविता को लेकर IAS अधिकारी अवनीश शरण ने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि ये किस सड़क छाप कवि की रचना है. उन्होंने ट्वीट के जरिए इसे तत्काल पाठ्यक्रम से हटाए जाने की मांग की थी. इसके बाद सोशल मीडिया पर इसके पक्ष और विपक्ष में लोग भी सामने आए. ETV भारत ने अभिभावकों से इसे लेकर बात की है.
NCERT पहली क्लास की कविता सोशल मीडिया पर वायरल, शिक्षकों ने बताया बेवजह का विवाद
क्या कहते हैं अभिभावक?
अभिभावक एनसीईआरटी की किताब में छपी इन कविताओं पर आपत्ति जता रहे हैं. उनका कहना है कि बच्चों को इन कविताओं से कुछ सीख नहीं मिलेगी, साथ ही इसकी भाषा पर भी आपत्ति है. उनका कहना है कि बच्चे इस उम्र में अधिक सीखते हैं. चीजें जल्द दिमाग में बैठ जाती हैं. इन कविताओं के जरिए बच्चों का कोई बौद्धिक विकास भी नहीं होगा. ऐसे में उन्होंने एनसीईआरटी से मांग की है कि ऐसे पाठ किताब से हटा दिए जाएं. कुछ ऐसी चीजें पढ़ाई जाएं, जिससे बच्चों को फायदा हो.
सफाई दे रहा एनसीईआरटी
बता दें आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने 2 अन्य कविताओं पर भी ट्वीट किया. पाठ का नाम पगड़ी है. सोशल मीडिया पर अपनी राय जाहिर करते हुए उन्होंने लिखा "निशब्द हूं". एनसीईआरटी ने इसे लेकर सफाई देते हुए कहा है कि ये कविता स्थानीय भाषाओं की शब्दावली को बच्चों तक पहुंचाने के उद्देश्य से शामिल की गई है.