रायपुरः कांग्रेस नेता स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के पुत्र आशीष कर्मा को कांग्रेस सरकार ने डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्त किया है. इसे लेकर भाजपा सरकार पर लगातार सवाल उठा रही है. सरकार के इस फैसले पर अब पूर्व IAS और बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने आपत्ति जताई है.
आशीष कर्मा को यह नौकरी झीरम हमले में शहीद हुए कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा की अनुकंपा के रूप में दी गई है. भाजपा का आरोप है कि इस नियुक्ति में सरकार की ओर से जारी किए गए किसी भी पैमाने का ध्यान नहीं रखा गया है. कांग्रेस सरकार ने एक गलत परंपरा की शुरुआत की है.
कांग्रेस नेता के पुत्र होने के कारण मिली नौकरी
भाजपा का कहना है कि कांग्रेस नेता के पुत्र होने के कारण आशीष को डिप्टी कलेक्टर की नौकरी दी गई है. लेकिन पूरे प्रदेश में जितने परिवार नक्सल मूवमेंट और झीरम हमले में शहीद हुए हैं, क्या उन सभी परिवारों को कांग्रेस सरकार नौकरी देगी.
सरकार कर रही तुष्टीकरण
इस लेकर ओपी चौधरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके आपत्ति जताई है. उन्होंने लिखा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में कर्मा परिवार को टिकट नहीं देना चाहती है. उनकी दावेदारी को रोकने के लिए परिवार के सदस्य को डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्त कर तुष्टीकरण का कदम उठाया गया है.
ओपी चौधरी ने इस फैसले को पीएससी की तैयारी कर रहे युवाओं के साथ अन्याय बताया है. उन्होंने कहा कि अगर महेंद्र कर्मा जीवित होते तो अपने बेटे को काबिलियत के आधार पर ही डिप्टी कलेक्टर बनाना चाहते ना कि राजनीतिक तुष्टीकरण से.