ETV Bharat / state

श्रम कल्याण मंडल के शिविर में श्रमिकों की समस्याओं पर चर्चा

author img

By

Published : Jan 20, 2021, 9:55 AM IST

रायपुर के धरसींवा में एक दिवसीय श्रम कल्याण मंडल का शिविर आयोजित किया गया. बैठक में श्रमिकों की समस्याएं सुनी गई, और उनके अधिकार बताए गए.

One day camp of labor welfare board In dharsinwa of raipur
श्रम कल्याण मंडल का एक दिवसीय शिविर

धरसींवा\रायपुर: मंगलवार को धरसीवां के धनेली स्थित शासकीय मिडिल स्कूल में श्रम विभाग की बैठक रखी गई. विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा की मौजूदगी में आयोजित इस बैठक में श्रमिकों की समस्याएं सुनी गई.

One day camp of labor welfare board In dharsinwa of raipur
श्रमिकों को बताए गए उनके अधिकार

श्रमिकों की समस्याओं पर चर्चा

श्रमिकों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने श्रम कल्याण मंडल का एक दिवसीय शिविर आयोजित किया गया. शिविर में क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे. विधायक सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने उधोगों में स्थानीय की उपेक्षा और शोषण का मुद्दा उठाया. शिविर में विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा ने श्रमिकों के शोषण को रोकने अधिकारियों के माध्यम से सख्त कदम उठाने की बात कही. साथ ही उन्होंने सिलतरा ओधोगिक क्षेत्र में श्रमिकों के लिए दालभात केंद्र खोलने का मुद्दा उठाया. उन्होंने प्रदूषण पर भी अपनी बात रखी.

पढ़ें: जगदलपुर: मेकॉज के स्टाफ ने कोविड टीकाकरण का किया बहिष्कार

'शोषण के खिलाफ नहीं बोल पाते श्रमिक'

एक दिवसीय शिविर में बोर्ड के अध्यक्ष शफी अहमद ने इस बात को भी स्वीकार किया कि उरला या सिलतरा ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में श्रमिक अपने शोषण के खिलाफ बोल नहीं पाते, क्योंकि बोलने पर उन्हें काम से निकाले जाने का डर रहता है. उन्होंने कहा कि श्रम कल्याण बोर्ड में श्रमिकों का पंजीयन जरूरी है. इसी तरह ईएसआईसी में पंजीयन भी उधोगों के माध्यम से कराएं, तभी श्रमिकों को योजनाओं का लाभ मिलेगा. श्रमिको को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की जरूरत है. इसीलिए हमारा प्रयास है कि हम उन्हें जागरूक करें इसी उद्देश्य को लेकर शिविर की शुरुआत धनेली से की गई है.

स्थानीय की उपेक्षा का आरोप

सरपंच मनटोरा साहू ने छत्तीसगढ़िया भाखा में श्रमिकों की समस्याओं को रखते हुए कहा कि उधोग छत्तीसगढ़ की जमीन पर लगे है, लेकिन वहां काम बाहर के लोगों को दिया जाता है. स्थानीय की उपेक्षा हो रही है. साहू ने कहा कि स्थानीय को निर्धारित मजदूरी तक नहीं दी जा रही है.जनपद के उधोग एवं सहकारिता के सभापति गुणदेव मेरिषा ने कहा कि श्रमिकों के हित में जितनी भी योजनाएं संचालित हैं, उनमें से किसी का लाभ श्रमिकों को नहीं मिल रहा है. निर्धारित मजदूरी के लाभ से भी श्रमिक वंचित हैं.कार्यक्रम में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दुर्गेश वर्मा, जनपद सदस्य राजेश वर्मा, रोशनपुरी गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन व स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए.

धरसींवा\रायपुर: मंगलवार को धरसीवां के धनेली स्थित शासकीय मिडिल स्कूल में श्रम विभाग की बैठक रखी गई. विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा की मौजूदगी में आयोजित इस बैठक में श्रमिकों की समस्याएं सुनी गई.

One day camp of labor welfare board In dharsinwa of raipur
श्रमिकों को बताए गए उनके अधिकार

श्रमिकों की समस्याओं पर चर्चा

श्रमिकों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने श्रम कल्याण मंडल का एक दिवसीय शिविर आयोजित किया गया. शिविर में क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे. विधायक सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने उधोगों में स्थानीय की उपेक्षा और शोषण का मुद्दा उठाया. शिविर में विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा ने श्रमिकों के शोषण को रोकने अधिकारियों के माध्यम से सख्त कदम उठाने की बात कही. साथ ही उन्होंने सिलतरा ओधोगिक क्षेत्र में श्रमिकों के लिए दालभात केंद्र खोलने का मुद्दा उठाया. उन्होंने प्रदूषण पर भी अपनी बात रखी.

पढ़ें: जगदलपुर: मेकॉज के स्टाफ ने कोविड टीकाकरण का किया बहिष्कार

'शोषण के खिलाफ नहीं बोल पाते श्रमिक'

एक दिवसीय शिविर में बोर्ड के अध्यक्ष शफी अहमद ने इस बात को भी स्वीकार किया कि उरला या सिलतरा ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में श्रमिक अपने शोषण के खिलाफ बोल नहीं पाते, क्योंकि बोलने पर उन्हें काम से निकाले जाने का डर रहता है. उन्होंने कहा कि श्रम कल्याण बोर्ड में श्रमिकों का पंजीयन जरूरी है. इसी तरह ईएसआईसी में पंजीयन भी उधोगों के माध्यम से कराएं, तभी श्रमिकों को योजनाओं का लाभ मिलेगा. श्रमिको को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की जरूरत है. इसीलिए हमारा प्रयास है कि हम उन्हें जागरूक करें इसी उद्देश्य को लेकर शिविर की शुरुआत धनेली से की गई है.

स्थानीय की उपेक्षा का आरोप

सरपंच मनटोरा साहू ने छत्तीसगढ़िया भाखा में श्रमिकों की समस्याओं को रखते हुए कहा कि उधोग छत्तीसगढ़ की जमीन पर लगे है, लेकिन वहां काम बाहर के लोगों को दिया जाता है. स्थानीय की उपेक्षा हो रही है. साहू ने कहा कि स्थानीय को निर्धारित मजदूरी तक नहीं दी जा रही है.जनपद के उधोग एवं सहकारिता के सभापति गुणदेव मेरिषा ने कहा कि श्रमिकों के हित में जितनी भी योजनाएं संचालित हैं, उनमें से किसी का लाभ श्रमिकों को नहीं मिल रहा है. निर्धारित मजदूरी के लाभ से भी श्रमिक वंचित हैं.कार्यक्रम में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष दुर्गेश वर्मा, जनपद सदस्य राजेश वर्मा, रोशनपुरी गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन व स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.