राजनांदगांव: राजनांदगांव से लगभग 80 किलोमीटर दूर डोंगरगढ़ ब्लॉक में कौहापानी गांव में चुनागोटा वॉटरफॉल मौजूद है. ये झरना अपनी खूबसूरती के लिए पूरे प्रदेश में मशहूर है. बारिश के दिनों में यहां प्रकृति का एक अनुपम रूप देखा जा सकता है. लगभग 100 फीट की ऊंचाई से गिरता हुआ पानी एक बहुत ही सुंदर वाटरफॉल बनाता है.
जंगल के बीच मौजूद है चुनागोटा वाटरफॉल: चुनागोटा वाटरफॉल पहुंचने के लिए पक्के रास्ते से 50 किलोमीटर और लगभग 3 किलोमीटर कच्चा रास्ता या पगडंडी का सहारा लेना पड़ता है. कच्चे रास्ते के जरिए पैदल चलकर चुनागोटा वाटरफॉल पहुंचा जा सकता है. इस खूबसूरत झरने को देखने छत्तीसगढ़ के पर्यटकों के अलावा मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के लोग पहुंचते हैं. पहाड़ी चट्टान से लगभग 100 फीट की ऊंचाई से गिरता हुआ यह पानी अपनी खूबसूरती खुद ही बया करता है जहां पर्यटक इस वॉटरफॉल को देखकर मंत्र मुग्ध हो जाते हैं.
कई राज्यों से चुनागोटा झरना देखने पहुंचते हैं पर्यटक: महाराष्ट्र से चुनागोटा वाटरफॉल देखने पहुंच पर्यटक नितिन पटले बताते हैं कि छत्तीसगढ़ काफी खूबसूरत राज्य है. यहा राजनांदगांव के पास डोंगरगढ़ में चुनागोटा वाटरफॉल देखने को मिला. जिसके बारे में सोशल मीडिया में भी देखने को मिला. इसे देखने के लिए लोकल गाइड की मदद से यहां पहुंचे. 100 फीट ऊपर से गिरता हुआ एक खूबसूरत झरना है. बहुत अच्छा डेस्टिनेशन है. बहुत अच्छा लग रहा है. हिडन टीजर धीरे धीरे एक्सप्लोर हो रहा है.
मध्य प्रदेश के मंडला से चुनागोटा पहुंचे पर्यटक बताते हैं कि चुनागोटा वाटरफॉल के पास पहुंचने के लिए जंगल में कम से कम 3 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है. बारिश के दिनों में यह बहुत खूबसूरत दिखता है. गाड़ी यहां नहीं पहुंचती है. पैदल ही आना पड़ेगा.
100 फीट ऊंचाई से गिरता है चुनागोटा वाटरफॉल: पर्यावरण प्रेमी इस वाटरफॉल को देखने के लिए दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं. पगडंडी रास्ते से गुजरते हुए इस वाटरफॉल तक पहुंचा जाता है. पर्यटन की दृष्टि से यह बहुत ही खूबसूरत जगह है. जिसके बारे में धीरे धीरे लोगों को पता चल रहा है. जो दूर दूर से लोग इसका खूबसूरती को निहारने पहुंच रहे हैं.