रायपुर : कैबिनेट की बैठक में आज स्कूलों को 100 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोले जाने और पेट्रोल-डीजल (Petrol Diesel) में वैट की कमी को लेकर फैसला लिया गया है. जिस पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने अपनी नाराजगी जताई है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Leader of Opposition Dharamlal Kaushik) का कहना है कि जनता को उम्मीद थी कि राज्य सरकार पेट्रोल और डीजल में केंद्र के जितना वेट को कम कर लोगों को राहत देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ जनता के साथ छल हुआ है.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Leader of Opposition Dharamlal Kaushik) ने कहा कि जिस प्रकार से स्कूल खोले जाने का निर्णय लिया गया है मुझे लगता है कि सावधानी बरतने की आवश्यकता है. अभी कोविड छत्तीसगढ़ से समाप्त नहीं हुआ. हम देख रहे हैं कि प्रकरण भी आ रहे हैं. मौतें भी हो रही हैं. ऐसी स्थिति में हम अगर स्कूल खोल देंगे तो आने वाले समय में जो दिक्कत आएगी, परेशानियों का सबब बनेगा. इसीलिए इसमें सावधानी की आवश्यकता है. कोरोना के प्रोटोकॉल को पालन करने की आवश्यकता है. लगातार सैनिटाइज करते रहने की आवश्यकता है. जिस प्रकार से स्कूल में पर जो भीड़ लगती है. इस पर कैसे उनका बचाव किया जा सकता है, इसका सख्ती के साथ पालन किया जाना चाहिए.
लोगों की आशाओं पर फिरा पानी...
छत्तीसगढ़ की जनता को बड़ी उम्मीद थी कि राज्य सरकार पेट्रोल और डीजल के रेट में कमी करेंगे और छत्तीसगढ़ के जनता को राहत मिलेगी, लेकिन खोदा पहाड़ निकली चुहिया. लोगों की आशाओं पर पानी फिरा है. नाममात्र के पेट्रोल और डीजल के रेट कम किए गए. एक परसेंट से क्या अंतर पड़ना है. जिस प्रकार से नरेंद्र मोदी जी द्वारा एक्साइज ड्यूटी में कमी की गई और उससे लोगों को जो लाभ हुआ छत्तीसगढ़ की जनता ने अपेक्षा बांध के रखी थी कि राज्य सरकार द्वारा बड़ा निर्णय लिया जाएगा. सरकार के द्वारा भी ये बयान आ रहे थे कि छत्तीसगढ़ की जनता को लाभ देने के लिए हम विचार कर रहे हैं. लेकिन आज जब घोषणा हुई तो निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ की जनता निराश है.