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बस्तर का विकास: स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के लिए लगाएंगे 4 से 5 बड़े स्टील प्लांट, CM ने दी सहमति

मुख्यमंत्री ने बस्तर अंचल में 4 से 5 बड़े स्टील प्लांट खोलने की सहमति दे दी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि शहीद महेन्द्र कर्मा की इच्छा के मुताबिक कांग्रेस सरकार बस्तर का विकास करेगी. दंतेवाड़ा के सरपंच संघ के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे थे. जहां उन्होंने अपनी मांग रखी थी, जिसपर मुख्यमंत्री ने सहमती दे दी है.

steel plants to be opened in Bastar
सरपंच संघ के प्रतिनिधि मंडल की भूपेश बघेल से मुलाकात
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Published : Oct 21, 2020, 6:10 PM IST

Updated : Oct 21, 2020, 7:05 PM IST

रायपुर: सरपंच संघ की मांग पर मुख्यमंत्री ने बस्तर अंचल में 4 से 5 बड़े स्टील प्लांट खोलने की सहमति दे दी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि शहीद महेन्द्र कर्मा की इच्छा के मुताबिक कांग्रेस सरकार बस्तर का विकास करेगी. दंतेवाड़ा के सरपंच संघ के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे थे. जहां उन्होंने अपनी मांग रखी थी, जिसपर मुख्यमंत्री ने सहमती दे दी है. इसके अलावा देवगुड़ी के संरक्षण और संवर्धन के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए भी सरपंच संघ ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है.

शहीद महेन्द्र कर्मा के इच्छा के मुताबिक होगा बस्तर का विकास

स्थानीय युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर देने के लिए सरपंच संघ की मांग पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर अंचल स्टील प्लांट को खोलने की सहमति दी है. सरपंच संघ के प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार को राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके निवास कार्यालय में सौजन्य मुलाकात कर क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने के लिए ज्ञापन सौंपा था. जिसपर मुख्यमंत्री ने सहमति जताते हुए कहा कि शहीद महेन्द्रकर्मा की भी इच्छा थी कि दंतेवाड़ा सहित बस्तर अंचल में बड़े उद्योग लगे. उनकी इच्छा के मुताबिक ही बस्तर का विकास किया जाएगा. सरपंच संघ की मांग पर राज्य सरकार इस अंचल में 4 से 5 बडे़ स्टील प्लांट खोलने के लिए आवश्यक पहल करने की बात कही है.

नहीं ली जाएगी ग्रामीणों की जमीन

प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से गीदम विकासखण्ड के घोटपाल-हीरानार में उपलब्ध लगभग 500 एकड़ जमीन में उद्योग लगाने के संबंध में ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि इसके लिए किसानों से जमीन लेने की आवश्यक्ता भी नहीं होगी. प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से कहा कि बस्तर अंचल से लौह अयस्क बाहर भेजा जाता है. इस अंचल के दंतेवाड़ा, कांकेर, कोंडागांव सहित अन्य स्थानों पर बड़े प्लांट लगने से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा. इन उद्योगों के लगने से अन्य सहायक उद्योग धंधे भी इलाके में शुरू होंगे. जिनमें बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा.

गौठान योजना की भी ली जानकारी

प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि उद्योग लगने से यहां होटल और परिवहन व्यवसाय में भी बढ़ोतरी होगी. इसका फायदा भी स्थानीय लोगों को मिलेगा. मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान सरपचों ने राज्य सरकार द्वारा आदिवासी समाज की आस्था के अनुरूप वनांचल क्षेत्रों में देवगुड़ी के संरक्षण और संवर्धन के लिए किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की और सरपंच संघ की ओर से मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया. मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की भी जानकारी ली. जिसपर सरपंचों ने बताया कि कोरोना संकट के समय गोबर विक्रय से मिली राशि ग्रामीणों के काम आई. गोबर से पैसा मिलने से ग्रामीण खुश हैं. सरपंच संघ के अध्यक्ष अनिल कर्मा ने बताया कि जिले के सभी ग्राम पंचायतों में गोठान निर्माण का काम चल रहा है. साथ ही गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी और वर्मी कम्पोस्ट बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है. मौके पर मोपलनार, बड़े सुरोखी, नांगुल और गोठपाल ग्राम पंचायत के सरपंच उपस्थित रहे.

रायपुर: सरपंच संघ की मांग पर मुख्यमंत्री ने बस्तर अंचल में 4 से 5 बड़े स्टील प्लांट खोलने की सहमति दे दी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि शहीद महेन्द्र कर्मा की इच्छा के मुताबिक कांग्रेस सरकार बस्तर का विकास करेगी. दंतेवाड़ा के सरपंच संघ के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे थे. जहां उन्होंने अपनी मांग रखी थी, जिसपर मुख्यमंत्री ने सहमती दे दी है. इसके अलावा देवगुड़ी के संरक्षण और संवर्धन के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए भी सरपंच संघ ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है.

शहीद महेन्द्र कर्मा के इच्छा के मुताबिक होगा बस्तर का विकास

स्थानीय युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर देने के लिए सरपंच संघ की मांग पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर अंचल स्टील प्लांट को खोलने की सहमति दी है. सरपंच संघ के प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार को राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके निवास कार्यालय में सौजन्य मुलाकात कर क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने के लिए ज्ञापन सौंपा था. जिसपर मुख्यमंत्री ने सहमति जताते हुए कहा कि शहीद महेन्द्रकर्मा की भी इच्छा थी कि दंतेवाड़ा सहित बस्तर अंचल में बड़े उद्योग लगे. उनकी इच्छा के मुताबिक ही बस्तर का विकास किया जाएगा. सरपंच संघ की मांग पर राज्य सरकार इस अंचल में 4 से 5 बडे़ स्टील प्लांट खोलने के लिए आवश्यक पहल करने की बात कही है.

नहीं ली जाएगी ग्रामीणों की जमीन

प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से गीदम विकासखण्ड के घोटपाल-हीरानार में उपलब्ध लगभग 500 एकड़ जमीन में उद्योग लगाने के संबंध में ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि इसके लिए किसानों से जमीन लेने की आवश्यक्ता भी नहीं होगी. प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से कहा कि बस्तर अंचल से लौह अयस्क बाहर भेजा जाता है. इस अंचल के दंतेवाड़ा, कांकेर, कोंडागांव सहित अन्य स्थानों पर बड़े प्लांट लगने से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा. इन उद्योगों के लगने से अन्य सहायक उद्योग धंधे भी इलाके में शुरू होंगे. जिनमें बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा.

गौठान योजना की भी ली जानकारी

प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि उद्योग लगने से यहां होटल और परिवहन व्यवसाय में भी बढ़ोतरी होगी. इसका फायदा भी स्थानीय लोगों को मिलेगा. मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान सरपचों ने राज्य सरकार द्वारा आदिवासी समाज की आस्था के अनुरूप वनांचल क्षेत्रों में देवगुड़ी के संरक्षण और संवर्धन के लिए किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की और सरपंच संघ की ओर से मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया. मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की भी जानकारी ली. जिसपर सरपंचों ने बताया कि कोरोना संकट के समय गोबर विक्रय से मिली राशि ग्रामीणों के काम आई. गोबर से पैसा मिलने से ग्रामीण खुश हैं. सरपंच संघ के अध्यक्ष अनिल कर्मा ने बताया कि जिले के सभी ग्राम पंचायतों में गोठान निर्माण का काम चल रहा है. साथ ही गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी और वर्मी कम्पोस्ट बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है. मौके पर मोपलनार, बड़े सुरोखी, नांगुल और गोठपाल ग्राम पंचायत के सरपंच उपस्थित रहे.

Last Updated : Oct 21, 2020, 7:05 PM IST
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