रायपुर: राजधानी रायपुर में मंगलवार को ओला-उबर टैक्सी ड्राइवरों ने हड़ताल कर दी. कंपनी पर मनमानी का आरोप लगाते हुए तमाम टैक्सी ऑपरेटरों ने शंकर नगर के बीटीआई मैदान में अपनी गाड़ियां खड़ी कर विरोध प्रदर्शन किया. कंपनियों में गाड़ी चला रहे ड्राइवरों का आरोप है कि कंपनी मनमानी कर रही है. टैक्सी संचालकों से गलत कैंसिलेशन चार्ज लिया जाता है. इसके अलावा लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं, लेकिन कंपनी द्वारा मिलने वाले कमीशन में बढ़ोतरी नहीं की जा रही है. कंपनी की जो पॉलिसी है, उससे ओला और उबर में टैक्सी चलाने वाले लोगों को ज्यादा फायदा नहीं हो रहा है.
टैक्सी संचालक सोहराब खान ने बताया कि पहले इंसेंटिव (एमबीजी) दिया जाता था. कंपनी ने उसे बंद कर दिया है. कोरोना संक्रमण के दौरान 8 महीने गाड़ियां नहीं चलीं हैं. अब भी दिन भर काम करने के बाद मुश्किल से 400 रुपये की भी कमाई नहीं हो पा रही है. इसके अलावा रायपुर एयरपोर्ट पर भी पार्किंग और टैक्सी बूथ संचालक गुंडागर्दी कर रहे हैं, जिसके चलते वे लोग कस्टमर अटेंड नहीं कर पाते हैं.
दुर्ग: महिला ने पति को बताया समलैंगिक, प्रताड़ना का आरोप
1200 ओला-उबर टैक्सी संचालक
टैक्सी संचालक श्याम केडिया ने बताया कि रायपुर शहर में 1200 से अधिक लोग ओला और उबर की गाड़ियां चला रहे हैं. जो अगले आदेश तक स्ट्राइक पर रहेंगी. अगर 1 दिन में 1000 रुपए का काम किया जाता है तो 600 रुपए डीजल पेट्रोल में लग जाता है और 400 कमीशन में कट जाता है. टैक्सी संचालकों को कुछ भी फायदा नहीं हो पा रहा है. पिछले 3 दिन से वे लोग स्ट्राइक पर हैं, लेकिन अभी तक कंपनी वाले बातचीत नहीं कर रहे हैं. टैक्सी संचालकों ने बताया कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की जाएगी तो वे हड़ताल जारी रखेंगे.