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सरकारी आवास छोड़ राजधानी में रह रहे अधिकारी, ग्रामीण परेशान

अभनपुर के राजकीय अधिकारी सरकारी आवास छोड़ अपने निजी निवास यानी रायपुर के मकान में रह रहे हैं. जिससे अधिकारी कार्यालय में सही समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं. इस वजह से ग्रामीणों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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Published : Jan 28, 2020, 5:45 PM IST

Updated : Jan 28, 2020, 7:03 PM IST

Officers not living in government accommodation at abhanpur
सरकारी आवास छोड़ राजधानी में रह रहे अधिकारी

अभनपुर/रायपुर : जिले के जनपद CEO और तहसीलदार की मनमानी से लोग खासा परेशान है. परेशान होने की वजह अधिकारियों का निर्धारित समय से लेट आना बताया जा रहा है. अधिकारियों पर आरोप है कि, 'वे अपने शासकीय आवास को छोड़कर रायपुर से आवाजाही कर रहे हैं जिसके कारण वे कार्यलय देरी से पहुंचते है'.

सरकारी आवास छोड़ राजधानी में रह रहे अधिकारी

दरअसल, जनपद CEO और तहसीलदार को सरकारी आवास मिले हुए हैं. इसके बावजूद अधिकारी आवास में न रहकर राजधानी में रह रहे हैं. वहीं दूसरी ओर आवंटित सरकारी आवास जर्जर हालात में है. इस मामले में ग्रामीणों का आरोप है कि वे अपनी समस्या को लेकर दूर-दूर से अभनपुर पहुंचते हैं, लेकिन अधिकारियों के नहीं होने के कारण ग्रामीण अपनी समस्या बताएं बिना लौट रहे हैं.

पढ़ें : मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में सीएम बघेल ने रखे ये मुद्दे

बता दें कि सरकार की ओर से अधिकारियों को सरकारी आवास दिए गए हैं, ताकि वे अपने दफ्तर समय से पहुंच सके. इसके बावजूद अधिकारियों की मनमानी के कारण ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. फिलहाल परेशान ग्रामीणों ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की है. अब देखना है कि अधिकारी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं.

अभनपुर/रायपुर : जिले के जनपद CEO और तहसीलदार की मनमानी से लोग खासा परेशान है. परेशान होने की वजह अधिकारियों का निर्धारित समय से लेट आना बताया जा रहा है. अधिकारियों पर आरोप है कि, 'वे अपने शासकीय आवास को छोड़कर रायपुर से आवाजाही कर रहे हैं जिसके कारण वे कार्यलय देरी से पहुंचते है'.

सरकारी आवास छोड़ राजधानी में रह रहे अधिकारी

दरअसल, जनपद CEO और तहसीलदार को सरकारी आवास मिले हुए हैं. इसके बावजूद अधिकारी आवास में न रहकर राजधानी में रह रहे हैं. वहीं दूसरी ओर आवंटित सरकारी आवास जर्जर हालात में है. इस मामले में ग्रामीणों का आरोप है कि वे अपनी समस्या को लेकर दूर-दूर से अभनपुर पहुंचते हैं, लेकिन अधिकारियों के नहीं होने के कारण ग्रामीण अपनी समस्या बताएं बिना लौट रहे हैं.

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बता दें कि सरकार की ओर से अधिकारियों को सरकारी आवास दिए गए हैं, ताकि वे अपने दफ्तर समय से पहुंच सके. इसके बावजूद अधिकारियों की मनमानी के कारण ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. फिलहाल परेशान ग्रामीणों ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की है. अब देखना है कि अधिकारी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं.

Intro:दीपक वर्मा अभनपुर स्लग-आवास जर्जर एंकर---अभनपुर विधानसभा क्षेत्र कस मुख्यालय है और शासकीय कार्यालयों के मुख्यालय भी है लोग अपने कार्यों को कराने के लिये आते है पर जनपद सीईओ और तहसीलदार को शासकीय आवास होने के बाद भी अपने शासकीय आवास में नही रहते.... जिसके चलते अधिकारियों का कार्यालय आने का निर्धारित समय नही है साथ ही इसके चलते शासकीय आवास अब जर्जर होते जा रहा है वही नगर के लोगो ने बताया कि दोनों अधिकारियों को शासकीय आवास में नही होने के चलते अक्सर दूरदराज से आने वाले लोग खासा परेशान देखे जाते है और ही अधिकारियों का कार्यालय आने का निर्धारित समय भी नही है....सरकार द्वारा जनता के कार्यो पर प्रभावित न हो जिसके चलते आवास दिए गयेहै पर अधिकारी क्या जाने दूरदराज से आने वाले लोग दर्द जब अधिकारी कार्यालय में नही रहते तो बिना मिले व अपनी समस्या को उन तक पहुचाये वापस जाते है अधिकारियों द्वारा आवास में नही रहना व रायपुर से आना जाना करने से लोग खासा आक्रोशित है जिसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से किये है अब देखना है कि अधिकारी इस पर क्या कार्यवाही करते है बाइट 01 बबला यादव वार्ड पार्षद अभनपुर बाइट 02 कमल नारायण मिश्रा नगरवासी अभनपुरBody:.Conclusion:
Last Updated : Jan 28, 2020, 7:03 PM IST
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