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Noni Suraksha Yojana in chhattisgarh :कैसे लें नोनी सुरक्षा योजना का लाभ - daughters in chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में नोनी सुरक्षा योजना ने प्रदेश की बेटियों के लिए नए द्वार खोले हैं. Noni Suraksha Yojana in Chhattisgarh की मदद से हजारों की संख्या में गरीब परिवार में पैदा लेने वाली बेटियों की किस्मत बदली Importance of Noni Suraksha Yojana है. छत्तीसगढ़ सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के कारण अब गरीब माता पिता को घर में पैदा लेने वाली बेटियों के भविष्य की चिंता नहीं Goal of Noni Suraksha Yojana सताती.नोनी सुरक्षा योजना के तहत बच्चियों के बालिग होने पर उन्हें एक मुश्त राशि सरकार प्रदान करती है.

How to take advantage of Noni Suraksha Yojana
नोनी सुरक्षा योजना ने बदली बेटियों की किस्मत
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Published : Jan 5, 2023, 6:14 PM IST

रायपुर : गरीब परिवार में जन्म लेने वाली बेटियों के लिए नोनी सुरक्षा योजना बड़ा सहारा बनी Noni Suraksha Yojana in Chhattisgarh है. इससे परिवार की बेटियों के भविष्य को लेकर चिंता दूर हुई है. योजना के तहत गरीब परिवार की बेटियों को 18 वर्ष पूरा होने और 12वीं उत्तीर्ण होने पर एक लाख रूपए दिए जाते हैं. इसके लिए जीवन बीमा निगम और महिला एवं बाल विकास विभाग के मध्य अनुबंध किया गया है. नोनी सुरक्षा योजना के तहत राज्य सरकार गरीब परिवारों की पंजीकृत बालिका के नाम पर भारतीय जीवन बीमा निगम में 05 वर्ष तक प्रति वर्ष 5 हजार रूपये यानी कुल 25 हजार रूपए जमा करती हैं. योजना के तहत अब तक 76 हजार 477 बच्चियों का पंजीयन किया गया है. वर्ष 2021-22 में 11 हजार 765 बेटियों को योजना का लाभ दिया गया है.


कब शुरु की गई नोनी सुरक्षा योजना : जनगणना वर्ष 2001 के आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में बाल लिंगानुपात प्रति हजार 975 था. जो जनगणना वर्ष 2011 में घटकर एक हजार के अनुपात में 969 हो गया. इस प्रकार राज्य में घटते बाल लिंगानुपात और बालिकाओं के प्रति समाज में सकारात्मक सोच बढ़ाने के लिए 01 अप्रैल 2014 से नोनी सुरक्षा योजना लागू की गई. इस योजना के लागू होने के बाद से छत्तीसगढ़ में लिंगानुपात में इजाफा हुआ है. साथ ही लोगों में बच्चियों को लेकर घर कर गई संकीर्ण सोच भी बदली Goal of Noni Suraksha Yojana है.

नोनी सुरक्षा योजना का उद्देश्य : योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में बालिकाओं की शैक्षणिक तथा स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार लाना, बालिकाओं के अच्छे भविष्य की आधारशिला रखना, बालिका भ्रूण हत्या रोकना और बालिकाओं के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच लाना और बाल विवाह की रोकथाम करना Importance of Noni Suraksha Yojana है. छत्तीसगढ़ राज्य के मूल निवासी और गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार की 01 अप्रैल 2014 के बाद जन्मी अधिकतम दो बालिकाओं को योजना के तहत लाभ मिलता है. योजना के शुरू होने से शहरी क्षेत्रों के गरीब परिवारों के साथ दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में बसे परिवारों में भी बेटियों के भविष्य की चिंता दूर हुई है.

ये भी पढ़ें- राष्ट्रीय पक्षी दिवस का महत्व और इतिहास

कैसे लें नोनी सुरक्षा योजना का लाभ : योजना का लाभ लेने के लिए जिला स्तर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी और विकासखण्ड स्तर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है. प्रदेश के हर जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग बच्चियों को चिन्हांकित करके ऑनलाईन एंट्री करता है.इसके बाद सभी बच्चियों को एलआईसी से जारी बॉण्ड दिया जाता है . छत्तीसगढ़ सरकार की पहल पर नोनी सुरक्षा योजना लागू किये जाने से लड़कियों के उज्जवल भविष्य की राह अब आसान हो गयी है . प्रदेश में बाल विवाह और कन्या भ्रूण हत्या की घटनाओं में कमी आई है. How to take advantage of Noni Suraksha Yojana

रायपुर : गरीब परिवार में जन्म लेने वाली बेटियों के लिए नोनी सुरक्षा योजना बड़ा सहारा बनी Noni Suraksha Yojana in Chhattisgarh है. इससे परिवार की बेटियों के भविष्य को लेकर चिंता दूर हुई है. योजना के तहत गरीब परिवार की बेटियों को 18 वर्ष पूरा होने और 12वीं उत्तीर्ण होने पर एक लाख रूपए दिए जाते हैं. इसके लिए जीवन बीमा निगम और महिला एवं बाल विकास विभाग के मध्य अनुबंध किया गया है. नोनी सुरक्षा योजना के तहत राज्य सरकार गरीब परिवारों की पंजीकृत बालिका के नाम पर भारतीय जीवन बीमा निगम में 05 वर्ष तक प्रति वर्ष 5 हजार रूपये यानी कुल 25 हजार रूपए जमा करती हैं. योजना के तहत अब तक 76 हजार 477 बच्चियों का पंजीयन किया गया है. वर्ष 2021-22 में 11 हजार 765 बेटियों को योजना का लाभ दिया गया है.


कब शुरु की गई नोनी सुरक्षा योजना : जनगणना वर्ष 2001 के आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में बाल लिंगानुपात प्रति हजार 975 था. जो जनगणना वर्ष 2011 में घटकर एक हजार के अनुपात में 969 हो गया. इस प्रकार राज्य में घटते बाल लिंगानुपात और बालिकाओं के प्रति समाज में सकारात्मक सोच बढ़ाने के लिए 01 अप्रैल 2014 से नोनी सुरक्षा योजना लागू की गई. इस योजना के लागू होने के बाद से छत्तीसगढ़ में लिंगानुपात में इजाफा हुआ है. साथ ही लोगों में बच्चियों को लेकर घर कर गई संकीर्ण सोच भी बदली Goal of Noni Suraksha Yojana है.

नोनी सुरक्षा योजना का उद्देश्य : योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में बालिकाओं की शैक्षणिक तथा स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार लाना, बालिकाओं के अच्छे भविष्य की आधारशिला रखना, बालिका भ्रूण हत्या रोकना और बालिकाओं के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच लाना और बाल विवाह की रोकथाम करना Importance of Noni Suraksha Yojana है. छत्तीसगढ़ राज्य के मूल निवासी और गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार की 01 अप्रैल 2014 के बाद जन्मी अधिकतम दो बालिकाओं को योजना के तहत लाभ मिलता है. योजना के शुरू होने से शहरी क्षेत्रों के गरीब परिवारों के साथ दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में बसे परिवारों में भी बेटियों के भविष्य की चिंता दूर हुई है.

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कैसे लें नोनी सुरक्षा योजना का लाभ : योजना का लाभ लेने के लिए जिला स्तर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी और विकासखण्ड स्तर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है. प्रदेश के हर जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग बच्चियों को चिन्हांकित करके ऑनलाईन एंट्री करता है.इसके बाद सभी बच्चियों को एलआईसी से जारी बॉण्ड दिया जाता है . छत्तीसगढ़ सरकार की पहल पर नोनी सुरक्षा योजना लागू किये जाने से लड़कियों के उज्जवल भविष्य की राह अब आसान हो गयी है . प्रदेश में बाल विवाह और कन्या भ्रूण हत्या की घटनाओं में कमी आई है. How to take advantage of Noni Suraksha Yojana

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