रायपुरः इमरजेंसी में मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए शुरू की गई 108 और 102 एम्बुलेंस सेवा में लगातार शिकायत मिलने पर नए सिरे से टेंडर जारी होगा.
स्वास्थ्य विभाग ने नए टेंडर की प्रक्रिया में कई बड़े बदलाव किए हैं. इनमें से सबसे बड़ा बदलाव टर्नओवर को लेकर हुआ है. टेंडर में इस बार कई कंपनियों ने भाग लिया है.
टेंडर में ये हुए ये अहम बदलाव-
- स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मीडिया से चर्चा में कहा कि टेंडर प्रक्रिया को ज्यादा से ज्यादा सरल बनाने के लिए खुलापन लाया गया है ताकि इसमें विभाग के अलावा सामान्य लोग भी भाग ले सकें.
- इसमें पहले टेंडर का टर्नओवर 45 करोड़ रुपए मान्य था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने बदलाव करके 6 करोड़ रुपए किया है.
- शासन के ऊपर गाड़ी खरीदने के भार को देखते हुए बड़ा बदलाव किया गया है. पहले प्रदेश सरकार एम्बुलेंस खरीदती थी, लेकिन इस बार टेंडर लेने वाली कंपनी खरीदेगी.
- 108 और 102 के लिए कुल 300 नई एंबुलेंस खरीदी जानी है. इसके लिए स्वास्थ विभाग में ये शर्त शामिल किया गया है कि जिस कंपनी के पास टेंडर होगा, उसे 6 माह के भीतर गाडियां खरीदनी होगी.
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बता दें कि इससे पहले एम्बुलेंस का टेंडर GVK कंपनी के पास था, लेकिन लगातार शिकायतों के कारण इस बार जीवीके को टेंडर नहीं मिलेगा. इसे लेकर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं कि आखिरकार इस बार टेंडर किसे मिलेगा. टेंडर मिलने की दौड़ में जय अंबे नाम की कंपनी सबसे आगे है.