रायपुरः भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में जेपी नड्डा की ताजपोशी के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी नए प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की कवायद तेज हो चुकी है. छत्तीसगढ़ में नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पार्टी आलाकमान ऐसे नामों को तवज्जो दे रही है, जो प्रदेश की तमाम गुटों को साध सकें और कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमीन पर उतर कर लड़ सके.
पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में किसी सांसद का चयन होने के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी कुछ सांसदों को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा तेज हो चुकी है. यही नहीं कुछ सांसदों को तो बधाइयों का सिलसिला भी तेज हो चुका है. भारतीय जनता पार्टी से 15 सालों की सत्ता सरकार हटने के बाद मध्यप्रदेश में युवा सांसद को प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी की है. इसके बाद छत्तीसगढ़ में भी कयास लगाया जा रहा है कि किसी सांसद को ही पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया सकता है.
अध्यक्ष के चुनने के लिए बनाया गया है फार्मूला
दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने अब तमाम नेताओं के गुटबाजी को दूर करने के लिए नया फार्मूला बनाया है. इस फार्मूले के तहत ऐसा नाम तय किया जाएगा जिसे सभी गुट आपस में सहमति देकर एकजुट होकर काम कर सकें. साथ ही मायूस हो रहे कार्यकर्ताओं को चार्ज करने के लिए सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ी जा सके. इस मामले को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह कहते हैं कि किसी भी नाम पर मुहर पार्टी आलाकमान के द्वारा ही लगाया जाएगा. खुद के नाम को लेकर पूछे जाने पर वे टालते हुए कहा कि पार्टी जिसे भी जवाबदारी देगी सब मिलकर काम करेंगे.