रायपुर: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद देशभर में NEET और JEE की प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है. JEE और NEET की परीक्षा के लिए राज्य सरकार ने तैयारी कर ली है. NEET और JEE की प्रवेश परीक्षाओं को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं. मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर को JEE और NEET में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक ले जाने और वापस लाने के लिए नि:शुल्क परिवहन व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
सभी जिलों में परीक्षार्थियों की संख्या के आधार पर बस, मिनी बस की व्यवस्था की जाएगी. बेहतर व्यवस्था के लिए सभी जिलों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. परीक्षार्थी नोडल अधिकारी के मोबाइल नंबर पर अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं. छात्राओं के साथ-साथ उनके एक अभिभावक को भी यात्रा की अनुमति दी गई है. वाहन में यात्रा के लिए छात्र-छात्राओं को एडमिट कार्ड दिखाना अनिवार्य है.
बस चलाने को तैयार नहीं बस संचालक
मुख्यमंत्री ने नि:शुल्क परिवहन व्यवस्था करने के निर्देश तो दे दिए हैं, लेकिन अब बसों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर बस संचालक धरने पर बैठे थे. राज्य सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी बस संचालक अपनी बस सड़क पर उतारने को तैयार नहीं है. ऐसे में छात्रों को बस की सेवा देना मुश्किल हो गया है.
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इस बारे में जब खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं. कलेक्टर वाहनों की व्यवस्था कर छात्र-छात्राओं को परीक्षा केंद्रों तक लाने ले जाने की तैयारी कर रहे हैं.
छात्र-छात्राओं के लिए बसों की व्यवस्था
जब इस बारे में बस संचालक एसोसिएशन के पदाधिकारियों से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि बसों के लिए प्रशासन ने अबतक उनसे संपर्क नहीं किया है. उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन स्कूली बसों के माध्यम से इन छात्र-छात्राओं को परीक्षा केंद्र तक लाने ले जाने की व्यवस्था कर रहे हैं. बहरहाल राज्य सरकार ने छात्रों की संख्या देखते हुए निर्धारित संख्या में आवागमन के लिए वाहन उपलब्ध कराने का दावा किया है अब देखने वाली बात है कि सरकार इन दावों में कितनी खरी उतरती है.