रायपुर: देशभर में चल रहे किसानों के आंदोलन को लेकर अब छत्तीसगढ़ में भी हवा पहुंचने लगी है. राष्ट्रीय किसान समन्वय समिति के सदस्यों की बैठक रायपुर में भी हुई है. रायपुर के गास मेमोरियल सेंटर में राष्ट्रीय किसान समन्वय समिति के आह्वान पर, देश के कई राज्यों के किसान प्रतिनिधियों ने बैठक करके आगामी रणनीति बनाई है. दिल्ली में जारी किसानों के आंदोलन को लेकर अब किसान देश भर में तमाम संगठनों को अपने अधिकारों के लिए जागरूक कर रहे हैं.
बैठक में तमाम प्रतिनिधियों ने अपने अधिकारों को लेकर चर्चा की है. किसान प्रतिनिधियों ने बताया कि किसानों को उनकी मेहनत का लागत मूल्य भी सही तरीके से नहीं मिल पाता है. अब केंद्र सरकार की ओर से नए कृषि कानून में किसानों के अधिकार और कम किए जा रहे हैं. बड़े औद्योगिक घरानों को किसानों पर हावी होने की खुली छूट दी जा रही है. ऐसे में किसान और भी कमजोर हो जाएगा. इन तमाम मुद्दों को लेकर पंजाब और हरियाणा के किसानों ने दिल्ली में विरोध किया है.
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पंजाब हरियाणा के किसान प्रतिनिधि भी पहुंचे
लंबे समय से चल रहा है विरोध अब देशभर में फैलने लगा है. राष्ट्रीय समन्वय समिति की बैठक में भी पहुंचे प्रतिनिधियों ने दिल्ली और हरियाणा के किसानों की मांगों पर एक सुर से सुर मिलाते हुए समर्थन देने का आह्वान कर दिया है. इस बैठक में पंजाब और हरियाणा से पहुंचे हुए किसान प्रतिनिधियों ने भी कहा है कि, किसान दिन रात मेहनत करके फसल उगाता है. लेकिन उसे अपनी मेहनत का दाम भी नहीं मिल पाता है. अब नए कृषि कानून के बनने से किसानों को और कमजोर किए जाने का षड्यंत्र रचा गया है. ऐसे में राष्ट्रीय समन्वय समिति ने भी देश भर में आप किसान संगठनों को एकजुट करने का फैसला लिया है. इसी के तहत छत्तीसगढ़ में भी किसान संगठनों को अपने अधिकारों के लिए जागरूक किया जा रहा है.