रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन उद्योग विभाग और सुरुचि फूड्स प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली के बीच पूरक पोषण आहार और फोर्टिफाइड राइस के लिए अनुबंध हुआ. जिसमें कंपनी 111.7 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इस उद्योग से 800 लोगों को रोजगार मिलेगा. इस करार के लिए उद्योग विभाग के सचिव भुवनेश यादव और सुरुचि फूड्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से संचालक हिमांशु गुप्ता ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए.
दूसरा करार उद्योग विभाग और यूनिटी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के बीच हुआ है. इसके तहत कंपनी कॉर्न स्टार्च और कनकी चावस से एथेनॉल बनाएगी. कंपनी पावर प्लांट भी लगाएगी. जिसमें कंपनी 183 करोड़ रुपये निवेश करेगी. इस उद्योग से लगभग 120 लोगों को रोजगार मिलेगा. एथेनाल एक्सट्रैक्शन और पावर प्लांट के लिए भुवनेश यादव और यूनिटी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के संचालक बसन्त कुमार अग्रवाल के बीच एमओयू हुआ. इस मौके पर उद्योग विभाग के अपर संचालक आलोक द्विवेदी, प्रवीण शुक्ला, हरीश सक्सेना, वीके देवांगन के अलावा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे.
बघेल सरकार की उद्योग नीति का लेखा जोखा, 189 MoU में 19 एक्टिव, 130 पर प्रक्रिया जारी !
चार साल में 189 एमओयू: छत्तीसगढ़ उद्योग संचालनालय से मिली जानकारी के अनुसार, 4 साल में 13 से अधिक सेक्टरों में 189 एमओयू किए गए हैं. इसमें 19 प्रोडक्शन में है, वहीं 130 एमओयू प्रक्रियाधीन है. इसमें कुल प्रस्तावित निवेश लगभग 92429.71 करोड़ रुपए है. वहीं आने वाले उद्योगों से 1 लाख 34 हजार 444 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का टारगेट रखा गया है
छत्तीसगढ़ में विभिन्न सेक्टरों में हुआ निवेश: छत्तीसगढ़ लघु वनोपज के 4 प्रोजेक्ट लगने है जिसमे 38.64 करोड़ प्रस्तावित निवेश है जहा 265 लोग काम करेंगे, फार्मास्यूटिकल के 3 प्रोजेक्ट में 56.41 करोड़ के निवेश प्रस्तावित है .इसके अलावा टेक्सटाइल्स के 3 प्रोजेक्ट और, इलेक्ट्रॉनिक्स के 2 प्रोजेक्ट में लगभग 100 करोड़ का निवेश संभावित है. वहीं जूट बैग के 2 प्रोजेक्ट में 228.47 करोड़ के निवेश के साथ 6425 लोगों को नौकरी देना का लक्ष्य है. जेम्स एन्ड ज्वेलरी के 1 प्रोजेक्ट के लिए 125 करोड़ में 1350 लोगों, प्लास्टिक के 1 प्रोजेक्ट में 107.73 करोड़ के निवेश से 200 लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य है. अन्य सेक्टर के 13 एमओयू में कुल 6491.57 करोड़ का निवेश किया जाना तय हुआ है. जिसके माध्यम से लगभग 4000 से अधिक लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य है.