रायपुर: जिले के 31 थाना क्षेत्रों में साल 2019 से साल 2021 तक 3 साल के दौरान 5675 सड़क हादसे हुए हैं. इन सड़क हादसों में 1412 लोगों की मौत हुई और 4186 लोग घायल हुए. बीते 3 सालों में रायपुर जिले के धरसीवां थाना क्षेत्र में सबसे अधिक 462 सड़क हादसे हुए, जिसमें 187 लोगों की मौत हुई और 306 लोग घायल हुए. साल 2019 से 2021 तक 3 सालों के दौरान सबसे कम सड़क हादसा देवेंद्र नगर थाना क्षेत्र में हुए. यहां 47 सड़क हादसे में 4 लोगों की मौत हुई और 29 लोग घायल हुए.
रायपुर जिले के धरसीवां थाना क्षेत्र में 3 सालों में पहले नंबर पर 462 सड़क हादसे हुए थे. दूसरे नंबर पर तेलीबांधा थाना अंतर्गत 390 सड़क हादसा हुआ था. तीसरे नंबर पर मंदिर हसौद थाना क्षेत्र जहां पर 314 सड़क हादसा हुआ था. चौथे नंबर पर टिकरापारा थाना क्षेत्र जहां पर 305 सड़क हादसा हुआ था और पांचवें नंबर पर खमतराई थाना क्षेत्र जहां पर 271 सड़क हादसा हुआ था.
यह भी पढ़ें: नवा रायपुर के पुरखौती में होगा भारत भवन का निर्माण , 50 करोड़ की लागत से बनेगी भव्य इमारत
साल 2019 से 2021 तक हुए सड़क हादसे
- थाना खमतराई क्षेत्र में 3 साल में 271 हादसे में 60 मौत हुई और140 घायल हुए.
- थाना कोतवाली अंतर्गत 140 हादसे में 5 मौत हुई और 92 घायल हुए.
- गुढ़ियारी थाना क्षेत्र में 58 हादसे में 12 मौत हुई और 45 घायल हुए.
- डीडी नगर थाना अंतर्गत 208 हादसे में 29 मौत हुई और 125 घायल हुए.
- उरला थाना अंतर्गत 173 सड़क हादसे में 64 मौत हुई और 92 घायल हुए.
- सरस्वती नगर थाना अंतर्गत 67 सड़क हादसे में 12 लोगों की मौत हुई और 69 घायल हुए.
- तेलीबांधा थाना अंतर्गत 390 हादसे में 42 मौत हुई और 189 लोग घायल हुए.
- गोल बाजार थाना अंतर्गत 36 सड़क हादसे में 2 मौत हुई और 26 लोग घायल हुए.
- टिकरापारा थाना क्षेत्र में 305 हादसे में 50 मौत हुई और 149 घायल हुए.
- पुरानी बस्ती थाना अंतर्गत 111 सड़क हादसे में 7 मौत हुई और 101 लोग घायल हुए.
- राजेंद्र नगर थाना अंतर्गत 137 हादसे में 14 मौत और 84 घायल हुए.
- आजाद चौक थाना अंतर्गत 92 सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत हुई और 71 घायल हुए थे.
- आमानाका थाना अंतर्गत 264 हादसे में 49 मौत हुई और 74 घायल हुए.
- पंडरी थाना अंतर्गत 138 सड़क हादसे में 6 मौत और 96 घायल हुए.
- सिविल लाइन थाना अंतर्गत 278 सड़क हादसे में 22 मौत और 198 लोग घायल हुए.
- मौदहापारा थाना अंतर्गत 65 सड़क हादसे में 4 मौत हुई और 36 घायल हुए.
- कबीर नगर थाना अंतर्गत 70 सड़क हादसे में 21 मौत और 35 घायल हुए.
- खमारडीह थाना अंतर्गत 77 सड़क हादसे में 2 मौत हुई और 56 घायल हुए.
- माना थाना अंतर्गत 150 सड़क हादसे में 40 मौत हुई और 145 लोग घायल हुए.
- मुजगहन थाना अंतर्गत 78 हादसे में 27 मौत हुई और 75 घायल हुए. अभनपुर थाना अंतर्गत 230 सड़क हादसे में 86 लोगों की मौत हुई और 209 लोग घायल हुए.
- खरोरा थाना अंतर्गत 287 सड़क हादसे में 145 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और 243 लोग घायल हुए.
- विधानसभा थाना अंतर्गत 220 सड़क हादसे में 81 मौत हुई, 161 लोग घायल हुए.
- आरंग थाना अंतर्गत 284 सड़क हादसे में 119 मौत हुई और 339 घायल हुए.
- मंदिर हसौद थाना अंतर्गत 314 सड़क हादसे में 125 मौत हुई और 291 लोग घायल हुए.
- नयापारा थाना अंतर्गत 279 सड़क हादसे में 56 लोगों की मौत हुई और 331 लोग घायल हुए.
- नेवरा थाना अंतर्गत 256 सड़क हादसे में 95 लोगों की मौत हुई और 225 लोग घायल हुए.
- राखी थाना अंतर्गत 78 सड़क हादसे में 18 मौत हुई और 96 घायल हुए.
रायपुर जिले में सड़क हादसे पर स्थानीय जानकार शशांक शर्मा का कहना है कि राजिम, माना, खमतराई कुम्हारी जैसे कई इलाके की सड़क अच्छी है, लेकिन कई बार स्पीड ब्रेकर की वजह से सड़क हादसे होते हैं. वाहन चालक द्वारा लापरवाही पूर्वक वाहन चलाना भी एक प्रमुख कारण है. कई चौक-चौराहों के साथ बनाए गए स्पीड ब्रेकर में इंजीनियरिंग सुधार की जरूरत है.
डीएसपी ट्रैफिक सतीश ठाकुर का कहना है कि राजधानी के थानों के अलावा आउटर के इलाकों में स्थित थाना क्षेत्र जैसे आरंग, अभनपुर, खरोरा, तिल्दा और धरसींवा शामिल हैं. कुछ जगहों पर इंजीनियरिंग सुधार की आवश्यकता है. समय-समय पर उन जगहों पर सुधार कार्य भी किया जा रहा है. लगातार यातायात विभाग के द्वारा चालानी कार्रवाई भी की जा रही है. इसके बावजूद लोग यातायात के प्रति सजग नहीं हैं.