रायपुर: छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. प्रदेश में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां कोरोना वायरस न पहुंचा हो, राजधानी रायपुर इन दिनों कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बना हुआ है. भाटागांव बिरगांव और पुलिस लाइन के बाद अब केंद्रीय जेल भी कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है. यहां से अबतक तकरीबन 60 मरीज मिले चुके हैं. जिसके बाद जेल में रह रहे कैदियों के साथ जेल प्रहरी और सभी अधिकारियों की जांच की जा रही है. केंद्रीय जेल में एक ही दिन में 41 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित मिलने के बाद अब जेल प्रशासन भी सतर्क हो गया है. गुरुवार को संक्रमित मिले 41 लोगों में 39 बंदी और 2 ट्रेनी सहायक जेलर शामिल थे.
जानकारी के मुताबिक रायपुर सेंट्रल जेल परिसर में बने नए जेल की बैरक में रहने वाले बंदियो में से अबतक तकरीबन 60 लोग पॉजिटिव आए हैं. यह बड़ा आंकड़ा इसलिए भी है, क्योंकि जैसे ही संक्रमण की बात सामने आई थी तभी से जेल में न तो किसी को मिलने के लिए जाने दिया जा रहा है और न ही बाहर से आने वाले व्यक्ति को सीधा जेल में प्रवेश दिया जा रहा है. इतनी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित मरीजों का मिलना वाकई चौंका देने वाला मामला है.
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अभी और संक्रमित मिलने की आशंका
कुछ जानकारों की मानें तो टेस्ट के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़ने की आशंका है. अभी केंद्रीय जेल में टेस्ट करवाया जा रहा है. जितने भी लोग उन 40 लोगों के संपर्क में आए थे, सबसे पहले उन सभी का टेस्ट कराया जाना है. जेल के जानकार कह रहे हैं कि जब तक रिपोर्ट आएगी और अधिक लोगों में संक्रमण होने का खतरा होगा. कुछ जानकारों का कहना है कि अगर सही समय पर इसे नहीं रोका गया तो, जेल के अंदर स्थिति भयावह हो जाएगी.
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बैरक में जाने से पहले क्वॉरेंटाइन
हालांकि अब एक बार फिर जेल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. आने-जाने वाले सभी लोगों की मॉनिटरिंग की जा रही है. जो नए कैदी जेल में दाखिल हो रहे हैं, उन्हें पहले 30 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा होने के बाद ही नए आये कैदियों को बैरक में रखा जा रहा है.