रायपुर : सरकारी राशन दुकानों का रंग बदलकर तिरंगे रंग में किए जाने के फैसले पर घमासान छिड़ गया है. इस मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह के बयान पर मोहन मरकाम ने हमला बोला है. मोहन मरकाम ने इस मुद्दे पर ट्वीट कर रमन सिंह पर निशाना साधा है.
-
तिरंगे का विरोध मतलब देश और संविधान का विरोध है।
— MOHAN MARKAM (@MohanMarkamPCC) November 21, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
तिरंगे का विरोध उन सभी वीर सैनिकों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है जिन्होंने तिरंगे की खातिर अपनी जान दी।
ऐसा तुच्छ बयान देकर @drramansingh जी ने अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है जो उनकी मातृ संस्था का विचार है।
दुःखद!
">तिरंगे का विरोध मतलब देश और संविधान का विरोध है।
— MOHAN MARKAM (@MohanMarkamPCC) November 21, 2019
तिरंगे का विरोध उन सभी वीर सैनिकों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है जिन्होंने तिरंगे की खातिर अपनी जान दी।
ऐसा तुच्छ बयान देकर @drramansingh जी ने अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है जो उनकी मातृ संस्था का विचार है।
दुःखद!तिरंगे का विरोध मतलब देश और संविधान का विरोध है।
— MOHAN MARKAM (@MohanMarkamPCC) November 21, 2019
तिरंगे का विरोध उन सभी वीर सैनिकों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है जिन्होंने तिरंगे की खातिर अपनी जान दी।
ऐसा तुच्छ बयान देकर @drramansingh जी ने अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है जो उनकी मातृ संस्था का विचार है।
दुःखद!
रमन सिंह ने कहा था की सरकारी योजनाओं का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए, जिस पर पलटवार करते हुए मोहन मरकाम ने ट्वीट किया है कि 'तिरंगे का विरोध मतलब देश और संविधान का विरोध है. तिरंगे का विरोध उन सभी वीर सैनिकों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है, जिन्होंने तिरंगे की खातिर अपनी जान दी'. 'ऐसे तुच्छ बयान देकर रमन सिंह ने अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है. जो उनकी मातृ संस्था का विचार है'.