रायपुर : पुणे में फंसे जवानों ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का धन्यवाद किया है. जवानों ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री से बात हुई है. उन्होंने हमें पुणे से जल्द निकाले जाने का आश्वासन दिया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्वीट कर जवानों को निश्चिंत रहने के लिए कहा. सीएम बघेल ने ट्वीट कर लिखा कि 'मुझे सूचना है कि छत्तीसगढ़ के 64 जवान पुणे में ट्रेनिंग के लिए गए थे और लौट नहीं सके हैं. इस समय यात्रा करना ठीक नहीं है. जवान वहीं रुके रहें, धैर्य और सावधानी रखें. आपकी सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है. ट्रेनिंग सेंटर के अधिकारियों से हमारे अधिकारियों ने बात की है. जवानों के ठहरने खाने-पीने की पूरी व्यवस्था कराई जा रही है.
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मुझे सूचना है कि छत्तीसगढ़ के 64 जवान पुणे में ट्रेनिंग के लिए गए थे और लौट नहीं सके हैं।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 24, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
अधिकारियों ने ट्रेनिंग प्रभारी से बात की है। वहां उनके रहने खाने की पूरी व्यवस्था की गई है।
जवान वहीं रुके रहें, धैर्य और सावधानी रखें। इस समय यात्रा से ज़रूरी है सुरक्षा।
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— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 24, 2020
अधिकारियों ने ट्रेनिंग प्रभारी से बात की है। वहां उनके रहने खाने की पूरी व्यवस्था की गई है।
जवान वहीं रुके रहें, धैर्य और सावधानी रखें। इस समय यात्रा से ज़रूरी है सुरक्षा।मुझे सूचना है कि छत्तीसगढ़ के 64 जवान पुणे में ट्रेनिंग के लिए गए थे और लौट नहीं सके हैं।
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अधिकारियों ने ट्रेनिंग प्रभारी से बात की है। वहां उनके रहने खाने की पूरी व्यवस्था की गई है।
जवान वहीं रुके रहें, धैर्य और सावधानी रखें। इस समय यात्रा से ज़रूरी है सुरक्षा।
बता दें कि नगर सेना अग्निशमन के 64 जवानों को ट्रेनिंग के लिए पुणे भेजा गया था. जहां कोरोना के चलते ट्रेनिंग को रद्द कर दिया गया है और 64 जवान वहीं फंसे हुए हैं. उधर वहां के ग्रामीण जवानों पर इलाका छोड़ने का दवाब बना रहे हैं.
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ट्रेनिंग में पुणे गए 64 जवान छत्तीसगढ़ वापस नही लौट सके हैं।
— Tamradhwaj Sahu (@tamradhwajsahu0) March 24, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
जवानों से आग्रह है वे इस विकट परिस्थिति में धैर्य का परिचय दें। अभी मेरी वहां प्रभारी लीलेश्वर राजपूत जी से बात हुई और उन्हें भरोसा दिलाया कि हम उन्हें यथाशीघ्र वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं।
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— Tamradhwaj Sahu (@tamradhwajsahu0) March 24, 2020
जवानों से आग्रह है वे इस विकट परिस्थिति में धैर्य का परिचय दें। अभी मेरी वहां प्रभारी लीलेश्वर राजपूत जी से बात हुई और उन्हें भरोसा दिलाया कि हम उन्हें यथाशीघ्र वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं।ट्रेनिंग में पुणे गए 64 जवान छत्तीसगढ़ वापस नही लौट सके हैं।
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जवानों से आग्रह है वे इस विकट परिस्थिति में धैर्य का परिचय दें। अभी मेरी वहां प्रभारी लीलेश्वर राजपूत जी से बात हुई और उन्हें भरोसा दिलाया कि हम उन्हें यथाशीघ्र वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं।
राज्य सरकार से लगाई थी गुहार
जवानों का कहना है कि वे लगातार शासन-प्रशासन से मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई है. जवानों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री टीएस सिंहदेव और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू से उन्हें वापस लाने की व्यवस्था करने की गुहार लगाई थी.
मंत्री टीएस सिंहदेव ने जवानों से की बात
स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव जानकारी मिलते ही सभी जवानों से बात की और उन्हें पूरी तरीके से आश्वस्त किया. उन्होंने जवानों से बात करते हुए कहा कि 'महाराष्ट्र सरकार से भी बात की जाएगी और जब तक स्थिति सही नहीं हो जाती तब तक वहीं सुरक्षित रह सकते हैं'
रेल सुविधा शुरू होने के बाद ला पाएंगे वापस
वहीं डीआईजी ने मामले में कहा है कि 'जब तक रेल सुविधा शुरू नहीं हो जाती, तब तक हम जवानों को यहां नहीं बुला सकते. उनसे हमारी बात हुई है और रेल सुविधा शुरू होने के बाद हम उन्हें यहां बुला पाएंगे'