रायपुर : धान खरीदी को लेकर इन दिनों सियासत गर्म है. पक्ष-विपक्ष लगातार एक-दूसरे को घेर रहे हैं, जहां एक तरफ कांग्रेस सरकार यह वादा कर रही है कि सरकार 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य के साथ इस बार भी धान खरीदेगी, तो वहीं दूसरी ओर धान खरीदी की तारीख आगे बढ़ाए जाने को लेकर विपक्ष हमलावर हो रहा है.
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने विपक्ष के सावालों पर पलटवार करते हुए कहा कि, 'इस प्रदेश के घोटालेबाजों को घोटाले का आरोप नहीं लगाना चाहिए. इन लोगों ने 15 सालों में कितने घोटाले किए हैं यह जांच का विषय है. स्कूटर में मोटरसाइकिल का नंबर देकर कुनकुरी का धान घोटाला किसने किया है सभी को पता है. रही बात किसानों के धान खरीदी की तो हमने पहले ही कहा है कि किसानों का धान जरूर खरीदा जाएगा'.
किसानों के लिए बढ़ाई गई तारीख आगे
बातचीत में उन्होंने कहा कि 'हमने तारीख इसलिए आगे बढ़ाई है, ताकि जिन किसानों की फसल नहीं हुई है उन सभी किसानों की फसल हो जाए. उसके बाद हम धान खरीदेंगे. इस बार हमने लक्ष्य बढ़ा दिया है 80 की जगह 85 लाख मैट्रिक टन धान राज्य सरकार किसानों से खरीदेगी. यदि चिंता करनी है इस बात की वे चिंता करें. उससे धान के बाद चावल बनेगा , जिसे केंद्र सरकार क्यों नहीं खरीद रही है'.
विपक्ष का हमला
बता दें कि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि सरकार किसानों के साथ वादाखिलाफी कर रही है. साथ ही किसानों का धान नहीं खरीदना चाह रही है, इसलिए डेट आगे बढ़ाई गई है. तारीख आगे बढ़ाने से घोटाले होने की भी संभावनाएं बढ़ जाती है. साथ ही जिन किसानों ने धान काट लिए हैं उनके पास रखने की जगह नहीं है. किसानों के लिए परेशानी का विषय है.