रायपुरः केंद्र सरकार ने देश के कुछ एयरपोर्ट को निजी प्रबंधन के हाथों सौंपने का फैसला लिया है. इस क्रम में राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट का निजीकरण किया जा रहा है. जहां एक ओर निजीकरण को लेकर प्रक्रिया शुरू हो गई है, वहीं दूसरी ओर इसके खिलाफ कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार विरोधी तेवर में नजर आ रही है.
'कथनी और करनी में अंतर'
छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने एयरपोर्ट के निजीकरण पर आपत्ति दर्ज कराई है. उन्होंने इसका विरोध करते हुए कहा कि शासकीय उपक्रमों को भारत सरकार द्वारा बेचा जा रहा है. उन्होंने कहा कि यदि कोई कमी है, तो उसमें सुधार किया जाए. इस तरह से निजी हाथों में देना सही नहीं है. इसके अलावा उन्होंने मोदी सरकार पर कथनी और करनी में अंतर होने का भी आरोप लगाया.
बता दें कि रायपुर के माना स्थित स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के निजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 2020 के आखिरी तक रायपुर एयरपोर्ट के निजीकरण के लिए सभी जरूरी काम पूरे कर लिए जाएंगे. अब देखने वाली बात है कि कांग्रेस के विरोध के बाद निजीकरण की प्रक्रिया को रोक दिया जाएगा या फिर यह जारी रहेगा.