रायपुर: चक्रवात और द्रोणिका का असर (Effect of Dronika in Chhattisgarh) प्रदेश में फिर एक बार देखने को मिल सकता है. प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है. यह सिलसिला रविवार तक जारी रह सकता है. एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने के साथ में आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना मौसम विभाग ने जताई है. बारिश होने से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज हो सकती है.
![predicts rain in many places of chhattisgarh](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11602955_77.jpg)
बंगाल की खाड़ी से आई नमी
लालपुर मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि उत्तर-पूर्व मध्यप्रदेश और उसके आसपास 1.5 किमी ऊंचाई पर एक चक्रवाती घेरा है. एक द्रोणिका उत्तर पूर्व में स्थित है. चकरी चक्रवाती घेरा पश्चिम बंगाल के मध्य भाग तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है. एक द्रोणिका उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश से विदर्भ तक तूने दशमलव 9 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है. प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण आज प्रदेश के कुछ स्थानों पर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा. इस कारण 1 मई को भी प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा और कहीं-कहीं बौछारें पड़ने की संभावना है.
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10 दिन पहले तेज आंधी के साथ गिरे थे ओले
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में 21 अप्रैल को तेज आंधी के साथ ओले और बारिश हुई थी. सरगुजा जिले के मैनपाट और सीतापुर के साथ कई इलाकों में ओलावृष्टि के साथ ही तेज हवाएं चली थीं. झमाझम बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली. बारिश में इलाके की नदी-नालों में वर्षा का पानी जमा रहा. कोरिया जिले के भरतपुर विकासखंड के 84 ग्राम पंचायत में तेज आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश हुई थी.