रायपुर: नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर ने रामकी कंपनी द्वारा संचालित सकरी ट्रेंचिंग ग्राउंड की व्यवस्था का अवलोकन किया. महापौर एजाज ने शहर से निकलने वाले 300 टन मात्रा में गीले कचरे को लगभग 30 टन कम्पोस्ट खाद में बदलने की प्रक्रिया की सराहना की है.
इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को और बेहतर काम करने की बात कही है, ताकि 2021 में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर रायपुर शहर को राष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग में अधिक अंक मिल सके.
पढ़ें : बलरामपुर: पहाड़ी कोरवाओं की बस्ती में हाथियों का आतंक, घर तोड़े, फसल बर्बाद
40 से 50 दिन की सामान्य प्रक्रिया
बता दें प्रतिदिन लगभग 500 टन मात्रा में कचरा राजधानी रायपुर से सकरी प्लांट भेजा जाता है. इसमें लगभग 300 टन मात्रा में गीला कचरा और लगभग 200 टन मात्रा में सूखा कचरा भेजा जाता है. इसमें गीले कचरे को कम्पोस्ट खाद बनाने की प्रक्रिया सोमवार से प्रारंभ हो गई है. इस प्रक्रिया को खुले मौसम में किया जाता है. इसे पूरा करने में 40 से 50 दिन का समय सामान्य तौर पर लग जाता है.
माॅनिटरिंग के निर्देश
अब सकरी प्लांट में प्रतिदिन लगभग 25 से 30 टन मात्रा में गीले कचरे से कम्पोस्ट खाद निर्माण का कार्य नियमित रूप से होगा. सूखे कचरे से रिसाइकल होने वाले प्लास्टिक, कांच इत्यादि को रिसाइकल के लिये भेजा जाता है. शेष प्लास्टिक, कपड़े, इत्यादि आरडीएफ को ईंधन के रूप में सीमेंट प्लांट में उपयोग में लाया जाता है. महापौर ढेबर ने नियमों का पालन कर अच्छे से अच्छा कार्य करते हुए अधिकारियों को माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं.