रायपुर: सीएम हाउस के सामने सोमवार को धमतरी के रहने वाले हरदेव ने बेरोजगारी और भुखमरी से परेशान होकर आत्मदाह की कोशिश थी. इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं. कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी धमतरी द्वारा इस संबंध में प्राप्त प्रारंभिक जांच प्रतिवेदन के आधार पर दंडाधिकारी जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच के लिए अनुविभागीय विभागीय दंडाधिकारी धमतरी को नियुक्त किया गया है. कलेक्टर धमतरी ने जांच के लिए एक माह की समय सीमा निर्धारित की है.
दंडाधिकारी जांच के बिंदु
- यह घटना क्यों और किन परिस्थितियों में हुई.
- घटना के पूर्व पीड़ित किन-किन व्यक्तियों से मिला.
- घटना के पीछे किसी की उत्प्रेरणा तो नहीं थी.
- वह क्यों और किसके सहयोग से रायपुर आया, जबकि यात्री बसों का परिचालन बंद है.
- क्या आत्मदाह का प्रयास के पूर्व इसकी लिखित सूचना किसी कार्यालय को दी गई थी.
- यदि उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था तो इलाज के प्रयास परिवार वालों ने क्यों नहीं किया.
- संबंधित का राशन कार्ड में नाम है कि नहीं. क्या उन्हें विगत दो माह में राशन प्रदाय किया गया है कि नहीं.
- इसके अलावा परिस्थितिजन्य अन्य कोई बिंदु जो जांच के लिए आवश्यक होंगे को शामिल किया जाएगा.
सीएम से मुलाकात करने पहुंचा था हरदेव
बता दें कि हरदेव सिन्हा धमतरी जिले के तेलीनसत्ती गांव का रहने वाला है. जिसकी उम्र 27 साल है. जानकारी के मुताबिक हरदेव ने बेरोजगारी और भुखमरी से परेशान होकर जान देने की कोशिश की. हरदेव सीएम से मिलने पहुंचा था. मुख्यमंत्री से मुलाकात न होने पर उसने आत्मघाती कदम उठा लिया. घटना के बाद हड़कंप मच गया और आनन-फानन में परिसर में मौजूद सुरक्षाकर्मी पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश में लग गए और उसे अस्पताल पहुंचाया.
'नकारात्मक कदम उठाने से बचें युवा'
घटना के बाद मामले में सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश के युवाओं को नकारात्मक कदम उठाने से बचने की सलाह दी है. राज्य सरकार ने कोरोना संकट में भी पूरे राज्य में रोजगार देने की व्यवस्था की है. मुख्यमंत्री ने घायल हरदेव सिन्हा के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की.