ETV Bharat / state

आरंग नगर पालिका:एक तालाब साफ करने के लिए खर्च कर दिए करोड़ों, हालात आज भी जस के तस - मूलभूत सुविधाएं

रायपुर और नया रायपुर से सटे होने के कारण यहां विकास की संभावना तो है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. यहां के लोगों की शिकायत है कि उन्हें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है. स्थानीय बताते हैं, आरंग में विकास की कमी के साथ भ्रष्टाचार यहां का प्रमुख मुद्दा है.

aarang nagar palika in raipur
author img

By

Published : Oct 24, 2019, 11:41 PM IST

रायपुर: राजधानी रायपुर से सटे आरंग नगर पालिका 2014 से पहले नगर पंचायत थी. जिसे 2014 में परिसीमन के बाद जनसंख्या के आधार पर नगर पालिका का दर्जा दिया गया. आरंग नगर पालिका को मंदिरों का नगर भी कहा जाता है.

पैकेज.
  • 2011 की जनगणना के मुताबिक आरंग की जनसंख्या 19 हजार 91 है.
  • आरंग नगर पालिका में कुल 15 वार्ड हैं. जिसमें 10 वार्डों में बीजेपी, 2 में कांग्रेस और 3 में निर्दलीय का कब्जा है.
  • 10 वार्डों में बीजेपी का दबदबा होने के बाद भी आज तक यहां कभी बीजेपी का आध्यक्ष नहीं बना.

रायपुर और नया रायपुर से सटे होने के कारण यहां विकास की संभावना तो है, लेकिन जमीनी स्तर पर फिलहाल विकास दिख नहीं रहा है. यहां के लोगों की शिकायत है कि उन्हें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. स्थानीय बताते हैं, आरंग में विकास की कमी के साथ भ्रष्टाचार यहां का प्रमुख मुद्दा है.

आरंग का सबसे बड़ा के झलमला तालाब भी यहां का एक बड़ा मुद्दा है. जो 36 एकड़ में फैला इस तालाब के नाम पर पालिका द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन फिर भी तलाब की स्थिति जस की तस बनी है.

रायपुर: राजधानी रायपुर से सटे आरंग नगर पालिका 2014 से पहले नगर पंचायत थी. जिसे 2014 में परिसीमन के बाद जनसंख्या के आधार पर नगर पालिका का दर्जा दिया गया. आरंग नगर पालिका को मंदिरों का नगर भी कहा जाता है.

पैकेज.
  • 2011 की जनगणना के मुताबिक आरंग की जनसंख्या 19 हजार 91 है.
  • आरंग नगर पालिका में कुल 15 वार्ड हैं. जिसमें 10 वार्डों में बीजेपी, 2 में कांग्रेस और 3 में निर्दलीय का कब्जा है.
  • 10 वार्डों में बीजेपी का दबदबा होने के बाद भी आज तक यहां कभी बीजेपी का आध्यक्ष नहीं बना.

रायपुर और नया रायपुर से सटे होने के कारण यहां विकास की संभावना तो है, लेकिन जमीनी स्तर पर फिलहाल विकास दिख नहीं रहा है. यहां के लोगों की शिकायत है कि उन्हें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. स्थानीय बताते हैं, आरंग में विकास की कमी के साथ भ्रष्टाचार यहां का प्रमुख मुद्दा है.

आरंग का सबसे बड़ा के झलमला तालाब भी यहां का एक बड़ा मुद्दा है. जो 36 एकड़ में फैला इस तालाब के नाम पर पालिका द्वारा करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन फिर भी तलाब की स्थिति जस की तस बनी है.

Intro: रायपुर से लगे आरंग जिसे राजा मोरध्वज की नगरी कहा जाता है।। साथ ही इसे मंदिरो का नगर भी कहा जाता है।। वही आरंग नगर पालिका की बात की जाए तो 2014 से पूर्व आरंग नगर पंचायत था बाद में।जनसख्या बढ़ने के बाद 2014 में आरंग नगर पालिका अस्तित्व मे आया।। 2011 जनगणना के अनुसार आरंग की जनसंख्या 19 हजार 91 है। वही नगर पालिका में कुल 15 वार्ड है। जिसने 10 वार्डो में भाजपा के पार्षद है, 2 वार्डो में कांग्रेस और 3 वार्डो में निर्दलिय पार्षद वर्तमान में है।। नगर पालिका के कुल मतदाताओं की संख्या 14115 है। पहले नगर पालिका चुनाव में अध्यक्ष पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित था ।। जिसमे करुणा तिवारी( निर्दलीय चुनाव लड़कर ) नगर पालिका अध्यक्ष चुनी गई।। इससे पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष चुनाव 2009 में अध्य्क्ष पद कांग्रेस का कब्जा था।। आरंग नगर पंचायत और नगरपालिका में अब तक भाजपा का अध्यक्ष नहीं चुना गया।।


Body:रायपुर और नया से लगे होने के कारण आरंग में विकास की सम्भावना अधिक हैं लेकिन जमीनी स्तर पर विकास नज़र नहींआया नहीं आती।। लोगो को जो मुलबूत सुविधाए मिलनी चाहिए वो सुविधा नही मिल पाई।। आरंग में विकास नहीं होंने के चलते लोगो ने भ्रष्टाचार को प्रमुख मुद्दा माना है।।वही प्राचीन मंदिर मंदिर की नगर होने के कारण इसे पर्यटन की दृष्टि से इसका विकास किया जाना था।। लेकिन पर्यटन का केंद्र नही ही बन पाया।।


Conclusion:वही आरंग के सबसे बड़ा के झलमला तालाब एक सबसे बड़ा मुद्दा है। 36 एकड़ में फैले इस तालाब के नाम पर पालिका द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं लेकिन फिर भी तलाक की स्थिति जस की तस है गंदगी और नालियों का पानी तालाब में जाने के कारण लगातार बीमारियों का खतरा बना रहता है।। तलाब में गंदगी के कारण फायलेरिया हाथी पांव जैसी बीमारी सबसे ज्यादा समस्या है।। जितने भी काम करवाए गए हैं सभी गुणवत्ताहीन काम कराए गए है।। वर्तमान में आरंग नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया का विधानसभा क्षेत्र भी है।।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.