रायपुर: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के साथ ही कई जिलों में माहौल बिगड़ने को लेकर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भूपेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सवालों का जबाव देते हुए नारायण चंदेल ने भी रविवार को जवाबी पत्र लिखा है. केंद्र के फंड का हिसाब मांगते हुए नारायण चंदेल ने छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से कर्ज लेने के लेकर सवाल पूछे हैं.
सीएम बघेल ने 11 बिंदुओं में पूछे थे सवाल: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल को पत्र लिखकर 11 बिंदु में सवाल पूछे थे. इस पर नारायण चंदेल ने खत का जवाब भेजा है. नारायण चंदेल ने कहा कि "11 बिंदु में सवाल पूछे थे, 13 बिंदु में जवाब दिया गया है और 2 सवाल भी सरकार से पूछे हैं. केंद्र से पैसे नहीं मिले हैं सीएम ने पूछा है, जिस पर केंद्र से अब तक कितने पैसे मिले है और कहां कहां उपयोग किए गए, इसका जवाब मांगा गया है. यह भी पूछा गया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने कितने कर्ज लिए हैं और कर्ज चुकाने के लिए कितना कर्ज लेना पड़ता है." पत्र में नारायण चंदेल ने भूपेश सरकार पर जनादेश का अपमान करने और जनता के साथ धोखा करने का भी आरोप लगाया है.
धर्मांतरण के मुद्दे पर कही ये बात: धमतरी में धर्मांतरण को लेकर तनाव पर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि "साढ़े 4 साल में ये घटना क्यों घट रही हैं. हमारे शासनकाल के 15 साल में एक भी ऐसी घटनाएं नहीं घटी थी. 15 साल में कोई साम्प्रदायिक सौहार्द्र नहीं बिगड़ा था. विषम परिस्थिति पैदा नहीं हुई, लेकिन साढ़े 4 साल में कवर्धा में कर्फ्यू लग गया. 144 आम बात हो गई है." जशपुर में पहाड़ी कोरवा दंपत्ती की बच्चों समेत आत्महत्या पर नारायण चंदेल ने कहा कि "इस घटना को लेकर सोमवार को भाजपा नेता राज्यपाल से मुलाकात करेंगे. उसके बाद राष्ट्रपति से भी मुलाकात की जाएगी."
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साजा की घटना पर मंत्री रविंद्र चौबे से की मुलाकात: नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने रविवार को मंत्री रविंद्र चौबे से मुलाकात कर साजा की घटना पर चर्चा की. नारायण चंदेल ने कहा कि "हमने सरकार से ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने और अपराधियों पर कार्रवाई करने को कहा है." साजा मंत्री रविंद्र चौबे का विधानसभा क्षेत्र है.