सरगुजा : अमेरिका से भारतीय मूल के लोगों को सेना के जहाज से वापस भेजे जाने और कथित रूप से उन्हें हथकड़ियों से कैद किए जाने को लेकर अब कांग्रेस हमलावर हो गई है. इस मुद्दे पर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने देश की सरकार पर सवाल उठाए है. सिंहदेव ने कहा अमेरिका ने भारतीय मूल के लोगों को हथकड़ियां और बेड़िया लगाकर भेजा यह घोर अपमान है और हम अमेरिका के इस कदम की निंदा करते है.
भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार नहीं सहेगी कांग्रेस : टीएस सिंहदेव ने कहा कि दुख की बात है कि भारत सरकार हमारे देश के लोगों के मान सम्मान को सुरक्षित रखने में अक्षम रही. जिन्हें अमेरिका ने भारत मूल का नागरिक मानते हुए सेना के जहाज से वापस भेजा जबकि भारत सरकार को इस बात की जानकारी थी. क्या देश इतना कमजोर हो चुका है. सरकार इसके लिए पहले से व्यवस्था क्यों नहीं कर पाई. अगर अब कोई अमेरिकी नागरिक भी भारत में गलत तरीके से मौजूद है तो सरकार को भी वैसा ही व्यवहार करना चाहिए.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की घोषणा में था कि लगभग 18 हजार लोगों वापस भेजा जाएगा. इसके साथ ही 7.25 लाख लोगों के दस्तावेजों की जांच चल रही है. भारत ने हमेशा माना है कि हम एक परिवार है और इस प्रकार से घोर अपमान करने की स्थिति में देश को एक साथ खड़े होकर माकूल जवाब देना चाहिए. 40 घंटे के सफर में महिलाओं बच्चों के लिए सेना के प्लेन में सिर्फ एक वाशरूम था. उन्हें बेड़ियां-हथकड़ियां लगाकर भेजा गया हम इसी निंदा करते है - टीएस सिंहदेव, पूर्व डिप्टी सीएम छग
टीएस सिंहदेव ने कहा कि दुर्भाग्य है कि पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका के चुनाव प्रचार में जाते है.अबकी बार ट्रंप सरकार का नारा लगाते हैं. दिखाया जाता है कि ट्रंप और प्रधानमंत्री के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध है. राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह में भारत के पीएम को बुलाया नहीं गया. यहीं से भारत के अपमान का सिलसिला शुरू हुआ. इसलिए पीसीसी ने निर्णय लिया है कि इस मुद्दे पर देश के घोर अपमान के सन्दर्भ में प्रदेशभर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन भी किया जाएगा.
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