रायपुर: धान खरीदी को लेकर राज्य सरकार की ओर से संकट के हालात होने के संकेत दिए गए हैं. कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने धान खरीदी के प्रभावित होने की बात कही है. इसके लिए केंद्र की सरकार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. BJP ने इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राज्य सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि धान खरीदी को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से राजनीति की जा रही है. वास्तविकता ये है कि राज्य सरकार किसानों से धान खरीदना ही नहीं चाहती है.
सरकार की सांस फूलने लगी :धरमलाल कौशिक
धरमलाल कौशिक ने कहा कि पिछले साल जो केंद्र सरकार की ओर से अनुमति दी गई थी, उसमें 28 लाख मीट्रिक टन चावल राज्य सरकार को 30 सितंबर तक एफसीआई में जमा करना था. लेकिन राज्य सरकार असफल रही. सितंबर के बाद अक्टूबर, नवम्बर और दिसंबर में मांग के बाद समय वृद्धि के बाद भी चावल जमा नहीं कर पाई. अब सरकार आने वाले समय के लिए रोना रो रही है. बीजेपी सरकार में 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू हो जाती थी. लेकिन यहां भूपेश सरकार ने 1 महीने बाद धान खरीदी शुरू की है. अब तो हालात ऐसे हो गए है कि सोसायटियों में धान जमा करके रखे जा रहे हैं. किसानों को धान वापस लौटाया जा रहा है.
पढ़ें: 'केंद्र ने नहीं दिया साथ तो प्रभावित हो सकती है धान खरीदी'
किसानों को हो रही परेशानी
किसानों को बारदाना लाने के लिए आधे दाम दिए जा रहे हैं. धरमलाल कौशिक ने तंज कसते हुए पूछा कि कांग्रेस ने तो अपने घोषणा पत्र और तमाम मंचों से कहा था कि हम कोई धान खरीदे या ना खरीदे हम 2500 रुपए में धान खरीदेंगे. तो अब सरकार की सांस क्यों फूलने लगी है? सरकार लगातार राजनीति कर रही है, केंद्र सरकार सपोर्ट कर रही है और आगे भी करती रहेगी.