रायपुर: आय से अधिक संपत्ति और राजद्रोह के मामले में फंसे निलंबित IPS जीपी सिंह के बयान के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत एक बार फिर गरमा गई है. जीपी सिंह को एसीबी ने जब शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया. उस दौरान मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को पॉलिटिकल विक्टिमाइजेशन बताया. जीपी सिंह के बयान के बाद भाजपा जीपी के समर्थन में उतर आई है. भाजपा के कद्दावर नेता व नेताप्रतिपक्ष धरम लाल कौशिश जीपी सिंह का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार अधिकारियों पर दबाव बनाकर कार्रवाई कर रही है.
कौशिक ने कहा कि नागरिक आपूर्ति निगम के घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनकी पत्नी वीणा सिंह को झूठे आरोप में फसाने से इंकार करने के बाद जीपी पर कार्रवाई की गई है. उन्होंने कांग्रेस सरकार पर यह भी आरोप लगाए कि भूपेश बघेल जब कांग्रेस के अध्यक्ष थे, उस दौरान उन्होंने नान घोटाले में फंसे दो अफसरों की जांच के लिए प्रधानमंत्री को खत लिखा. आज वही दोनों अफसर उनके अगल-बगल में हैं.
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गवाहों पर दबाव बनाने का प्रयास
धरमलाल कौशिक ने कहा कि जीपी सिंह ने बयान दिया था कि नान घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह उनकी पत्नी वीणा सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने, केस में फंसाने और गवाह के ऊपर दबाव डालने का प्रयास किया गया. उन्होंने कहा कि जीपी ने सुप्रीम कोर्ट में भी यह शपथ पत्र दिया है कि किस तरह से गवाहों के ऊपर दबाव बनाने का प्रयास किया गया. इस प्रकार से अगर सरकार चलेगी और दबाव बनाएंगे तो कैसे निरपेक्ष भाव की अपेक्षा कर सकते हैं. छत्तीसगढ़ सरकार दबाव बनाकर निर्दोष लोगों को फंसाने के काम कर रही है. वहीं, जिन पर आरोप लगे हैं, वे उनके इर्द गिर्द घूम रहे हैं.
रायपुर कोर्ट में दिया था बयान
निलंबित आईपीएस जीपी सिंह को ACB/EOW की टीम ने 2 दिनों की पुलिस रिमांड के बाद शुक्रवार को रायपुर कोर्ट में पेश किया था.आय से अधिक संपत्ति और राजद्रोह के मामले में बुधवार को ACB/EOW की टीम ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था. 2 दिनों की पुलिस रिमांड देने के बाद कोर्ट ने शुक्रवार शाम जीपी को दोबारा कोर्ट में पेश किया. इस दौरान जीपी सिंह ने मीडिया से कहा कि मैं पॉलिटिकल विक्टिमाइजेशन हूं. मैंने नागरिक आपूर्ति निगम के घोटाले में डॉक्टर रमन सिंह और वीणा सिंह को फंसाने से इंकार कर दिया था, जिसके कारण आज मुझे यह झेलना पड़ रहा है.