रायपुर: जांजगीर-चांपा के KSK महानदी पॉवर प्लांट के कर्मचारियों ने प्लांट की मनमानी से परेशान होकर प्लांट के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है. मजदूर संघ ने राजधानी रायपुर में रैली निकाल कंपनी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इसके साथ ही अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.
अकलतरा क्षेत्र में स्थापित प्रदेश के सबसे बड़े पॉवर प्लांट के मजदूर संघ ने सैकड़ों की संख्या में जांजगीर चांपा से राजधानी पहुंच एक विशाल रैली निकालकर जमकर प्रदर्शन किया. मजदूर संघ का कहना है कि कारखाना प्रबंधन के साथ पिछले 16 दिनों से विवाद चल रहा है. कारखाना प्रबंधन मजदूरों को झूठे केस में फंसाने के साथ उनका शोषण कर रहा है.
कंपनी पर वादाखिलाफी का आरोप
मजदूर संघ का कहना है कि कंपनी प्रबंधन ने मजदूर परिवारों से जमीन ली थी और इसके बदले में उन्हें जॉब देने की बात कही थी, लेकिन कई ग्रामीणों को नौकरी नहीं दी गई और जिन्हें मिली उन्हें भी नौकरी से निकाला जा रहा है. कारखाना प्रबंधन अब इन मजदूर परिवारों के साथ वादाखिलाफी कर रहा है.
उग्र आंदोलन की चेतावनी
प्लांट प्रबंधन की ओर से कर्मी संगठन के 35 नेताओं को प्लांट से निलंबित करने और गेट से अंदर नहीं आने दिया जा रहा है. इस पर छत्तीसगढ़ पावर प्लांट संघ ने काम नहीं करने की घोषणा की है. मामले में संगठन ने जिला प्रशासन और प्लांट प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया गया है. साथ ही निलंबित 35 नेताओं को काम पर वापस नहीं लेने तक उग्र आंदोलन और कलेक्टर कार्यालय घेराव की चेतावनी दी है.