रायपुर: आज जन्माष्टमी है. कान्हा का जन्मदिन है. आज पूरे देश में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. भाद्रपद माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था. जन्माष्टमी के खास मौके पर मथुरा और वृंदावन समेत पूरा देश बाल गोपाल की भक्ति में डूब जाता है और धूमधाम से उनका जन्मोत्सव मनाया जाता है. जन्माष्टमी के दिन आप भी राधे कृष्ण (Radhe Krishna) के गीत और भजन गाकर भक्तिमय और आनंदपूवर्क जन्माष्टमी मनाएं.
इन गीतों और भजनों से कृष्णलला को प्रसन्न करें...
1.
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम.
कौन कहता हे भगवान आते नहीं,
तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं.
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम.
कौन कहता है भगवान खाते नहीं,
बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं.
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम.
कौन कहता है भगवान सोते नहीं,
मां यशोदा के जैसे सुलाते नहीं.
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम.
कौन कहता है भगवान नाचते नहीं,
गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं.
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम.
नाम जपते चलो काम करते चलो,
हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो.
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम.
याद आएगी उनको कभी ना कभी,
कृष्ण दर्शन तो देंगे कभी ना कभी.
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम.
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2.
बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया.
का करे यशोदा मैय्या हां, बड़ा नटखट है रे...
ढूंढें री अखियां उसे चहू ओर.
जाने कहाँ छुप गया नंदकिशोर, ढूंढें री अखियां...
उड़ गया जैसे पुरवय्या, का करे यशोदा मैय्या हां.
बड़ा नटखट है रे...
मेरे जीवन का तू एक ही सपनाजो कोई देखे तोहे समझे वो अपना,
मेरे जीवन का तू...सब का है प्यार बंसी बजय्या, का करे यशोदा मैय्या हां.
बड़ा नटखट है रे...आ तोहे मैं गले से लगा लूं.
लागे ना किसी की नज़र, मन में छूपा लूं, आ तोहे मैं.
धूप जगत है रे ममता है छैय्या, का करे यशोदा मैय्या हां.
बड़ा नटखट है रे.
3.
आया कान्हा के जन्मदिन नाच लो रे.
जन्माष्टमी का शुभदिन नाच लो रे.
मेरे श्याम का जन्मदिन नाच लो रे.
हैप्पी बर्थडे बोल रहे सब, मिलके बजाओ ताली.
भोग लगाओ केक खिलाओ , कोई न जाए खाली.
भाव से कान्हा को रिझाओ नाच लो रे.
बेस डी जे का बडा के नाच लो रे.
अपने ठाकुर को रिझाके नाच लो रे.
नंद बाबा के आँगन देखो, आज बिछा है पलना.
भक्त झुलाए बड़े प्रेम से, कान्हा झूले पलना.
आई खुशिया अपार है नाच लो रे.
छाई मस्ती बेशुमार है नाच लो रे.
आया जग का पालन हार है नाच लो रे.
देखो कैसा आलम छाया, कैसा शुभदिन आया.
सारे जग को रचने वाला, बाल रूप में आया.
जाया यशोधा ने लल्ला नाच लो रे.
देखो मच गया हल्ला नाच लो रे.
भर गई झोली और पल्ला नाच लो रे.
बड़ा ही सुन्दर रूप सलोना, दुनिया से है न्यारा.
नजर कही न लग जाये, ये लगता कितना प्यारा.
इसकी नजर उतारो नाच लो रे.
सारे नून राई वारो नाच लो रे.
देखो जादा निहारो नाच लो रे.
आज प्रेम से गुण गाओ, कान्हा के दर्शन पाऊ.
बड़े चाव से भक्तो के संग, आज बधाई गाऊं.
मोहन कौशिक भजन सुनाओ नाच लो रे.
ये हरीश गुण गाये नाच लो रे.
आया जग का पालन हार है.
4.
यशोमती मैया से बोले नंदलाला.
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला.
यशोमती मैया से बोले नंदलाला..
बोली मुस्काती मैया, ललन को बताया.
कारी अंधियरी आधी रात में तू आया.
लाडला कन्हैया मेरा, काली कमली वाला.
इसीलिए काला ...
यशोमती मैया से बोले नंदलाला.
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला...
बोली मुस्काती मैया, सुन मेरे प्यारे.
गोरी गोरी राधिका के नैन कजरारे.
काले नैनों वाली ने, ऐसा जादू डाला.
इसीलिए काला ...
यशोमती मैया से बोले नंदलाला.
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला...
इतने में राधा प्यारी, आई इठलाती.
मैंने न जादू डाला, बोली बलखाती.
मैय्या कन्हैया तेरा हो, जग से निराला.
इसीलिए काला...
यशोमती मैया से बोले नंदलाला.
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला.