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Kamika Ekadashi 2022: कामिका एकादशी का महत्व और पूजा विधि

सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी 2022 का व्रत और पूजन किया जाता (Kamika Ekadashi Importance ) है. कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा पीले फल से की जाती है.

Kamika Ekadashi 2022
कामिका एकादशी 2022
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Published : Jul 23, 2022, 4:28 PM IST

Updated : Jul 24, 2022, 8:42 AM IST

रायपुर: सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को कामिका एकादशी 2022 कहा जाता है. इस बार कामिका एकादशी 24 जुलाई को मनाई जाएगी. सावन में आने वाली कामिका एकादशी का ज्यादा महत्व होता है. कहा जाता है कि एकादशी का व्रत रखने से समस्त देवी-देवताओं की पूजा का फल मिल जाता (Kamika Ekadashi Importance) है. कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु की खास पूजा-अर्चना की जाती है.

कामिका एकादशी महत्व : कामिका एकादशी को पवित्रा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु के उपेंद्र रूप की पूजा की जाती है. यह एकादशी इसलिए भी खास है क्योंकि यह सावन माह में पड़ती है. जो लोग कामिका एकादशी के दिन व्रत रखते हैं, उन्हें जीवन में सभी पापों से छुटकारा मिलता है. कामिका एकादशी के दिन पवित्र नदियों में स्नान का काफी महत्व होता है. माना जाता है कि एकादशी व्रत की सिर्फ कथा सुनने से ही शुभ फल की प्राप्ति होती है.

यह भी पढ़ें: देवशयनी एकादशी 2022: देवशयनी एकादशी से लगेगा मांगलिक कार्यों पर विराम

कामिका एकादशी पूजा विधि : इस दिन प्रातः भगवान कृष्ण की आराधना करें. उनको पीले फूल, पंचामृत और तुलसी दल अर्पित करें. फल भी अर्पित कर सकते हैं. इसके बाद भगवान कृष्ण का ध्यान करें और उनके मन्त्रों का जप करें. इस दिन भी शिव जी को जल अर्पित करें. सायंकाल पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना भी उत्तम होगा. इस दिन पूर्ण रूप से जलीय आहार लें अथवा फलाहार लें तो इसके श्रेष्ठ परिणाम मिलेंगे. अगर भोजन ग्रहण करना ही है तो सात्विक भोजन ग्रहण करें. इस दिन मन को ईश्वर में लगाएं.

कामिका एकादशी शुभ मुहूर्त:

  • कामिका एकादशी रविवार, जुलाई 24, 2022
  • एकादशी तिथि प्रारम्भ - जुलाई 23, 2022 को सुबह 11 बजकर 27 मिनट पर शुरु
  • एकादशी तिथि समाप्त - जुलाई 24, 2022 को शाम 1 बजकर 45 मिनट पर खत्म

रायपुर: सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को कामिका एकादशी 2022 कहा जाता है. इस बार कामिका एकादशी 24 जुलाई को मनाई जाएगी. सावन में आने वाली कामिका एकादशी का ज्यादा महत्व होता है. कहा जाता है कि एकादशी का व्रत रखने से समस्त देवी-देवताओं की पूजा का फल मिल जाता (Kamika Ekadashi Importance) है. कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु की खास पूजा-अर्चना की जाती है.

कामिका एकादशी महत्व : कामिका एकादशी को पवित्रा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु के उपेंद्र रूप की पूजा की जाती है. यह एकादशी इसलिए भी खास है क्योंकि यह सावन माह में पड़ती है. जो लोग कामिका एकादशी के दिन व्रत रखते हैं, उन्हें जीवन में सभी पापों से छुटकारा मिलता है. कामिका एकादशी के दिन पवित्र नदियों में स्नान का काफी महत्व होता है. माना जाता है कि एकादशी व्रत की सिर्फ कथा सुनने से ही शुभ फल की प्राप्ति होती है.

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कामिका एकादशी पूजा विधि : इस दिन प्रातः भगवान कृष्ण की आराधना करें. उनको पीले फूल, पंचामृत और तुलसी दल अर्पित करें. फल भी अर्पित कर सकते हैं. इसके बाद भगवान कृष्ण का ध्यान करें और उनके मन्त्रों का जप करें. इस दिन भी शिव जी को जल अर्पित करें. सायंकाल पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना भी उत्तम होगा. इस दिन पूर्ण रूप से जलीय आहार लें अथवा फलाहार लें तो इसके श्रेष्ठ परिणाम मिलेंगे. अगर भोजन ग्रहण करना ही है तो सात्विक भोजन ग्रहण करें. इस दिन मन को ईश्वर में लगाएं.

कामिका एकादशी शुभ मुहूर्त:

  • कामिका एकादशी रविवार, जुलाई 24, 2022
  • एकादशी तिथि प्रारम्भ - जुलाई 23, 2022 को सुबह 11 बजकर 27 मिनट पर शुरु
  • एकादशी तिथि समाप्त - जुलाई 24, 2022 को शाम 1 बजकर 45 मिनट पर खत्म
Last Updated : Jul 24, 2022, 8:42 AM IST
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