रायपुर: राजधानी रायपुर समेत पूरे प्रदेश में आज कमर छठ पूजा की गई. अपने बच्चों की लंबी उम्र की कामना लेकर माताओं ने यह व्रत किया.
कमरछठ या हलषष्ठी भद्र मास कृष्ण पक्ष की षष्ठी को मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं दिनभर व्रत रखती हैं. महिलाएं दोपहर में पूजा करके पसहर के चावल के अलावा लाई, चना और सात प्रकार की भाजी का भी सेवन करती हैं. यह व्रत संतान प्राप्ति के लिए भी किया जाता है.
- इस व्रत में मिट्टी के गौरा गौरी, गाय-बछड़ा, शेर, पंडित पंडिताइन बनाकर उसे गड्ढे में स्थापित किया जाता है और सगरी को काशी कनेर के फूल से सजाया जाता है.
- विशेषकर इस पूजा के लिए महिलाएं एक जगह चुनती हैं और वहीं पर सगरी बनाई जाती है. यहां महिलाएं इकट्ठा होकर कहानियां सुनती हैं.
- इस व्रत से जुड़ी 6 कहानियां पंडित सुनाते हैं. हलषष्ठी के व्रत में पसहर चावल का महत्व सबसे अधिक होता है.
- महिलाएं विशेषकर इस दिन पर तैयार होती हैं और पूजा करती हैं.
- मां हलषष्ठी से महिलाएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और उनकी उन्नति की कामना करती हैं.