रायपुर : छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से धान खरीदी की शुरुआत हुई थी. धान खरीदी का एक हफ्ता पूरा होने पर खाद्य सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने प्रेसवार्ता ली. उन्होंने बताया कि 6 दिसंबर तक 1,73,491 किसानों से 7 लाख 11 हजार 306 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है. धान बेचने वाले 1 लाख 26 हजार 897 किसानों को 700 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया जा चुका है.
कमलप्रीत सिंह ने बताया कि धान खरीदी सप्ताह के बीच बिचौलियों और कोचियों पर भी कार्रवाई की गई है. 7 दिसंबर तक अवैध तरीके से धान खपाने के 2270 मामले सामने आए हैं, जिसमें 2138 कोचियों के खिलाफ, 132 अंतर्राज्यीय में 29,170 टन अवैध धान की जब्ती की गई है. इसमें 260 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
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उन्होंने कहा कि किसी भी किसान के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. ये कार्रवाई सिर्फ उन पर की जा रही है जिनके पास किसी भी मंडी का लाइसेंस नहीं है. साथ ही अन्य दस्तावेज जैसे खरीदी पत्रक भी नहीं है. ऐसे लोगों पर ही कार्रवाई की जा रही है.
'वैध तरीके से धान खरीदने पर कोई प्रतिबन्ध नहीं'
खाद्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में छोटे व्यापारियों की ओर से वैध तरीके से धान खरीदने पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा विधानसभा में की गई घोषणा के अनुरूप मंडी अधिनियम के तहत 4 क्विंटल के स्थान पर 10 क्विंटल के संग्रहण की अनुमति छोटे व्यापारियों को दी गई है.