रायपुर: छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, ये वाक्य बाहर से छत्तीसगढ़ आने वाला हर शख्स जरूर बोलता है. यही बात माता कौशल्या महोत्सव में पहुंचे गायक कैलाश खेर ने भी कहा. सोमवार को कौशल्या महोत्सव में अपने गीतों से लोगों को मंत्रमुग्ध करने के बाद कैलाश खेर ने सबसे पहले "छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया" का नारा दोहराया. उन्होंने कहा कि हम ऐसी धरती पर खड़े हैं जो पौराणिक, आध्यात्मिक, रमणीय, नैसर्गिक और न जाने कितनी कथाओं से सराबोर है.
राम का ननिहाल छत्तीसगढ़: कैलाश खेर ने माता कौशल्या महोत्सव के आयोजन की तारीफ की. उन्होंने कहा कि "माता कौशल्या कौन हैं? भानुमंत की पुत्री भानुमती, जो शादी के बाद कौशल्या हुई. अवध में जब कौशल राज्य दहेज के रूप में मिला दिया गया तो माता भानुमति का नाम कौशल्या पड़ा और यह कौशल राज की दुलारी हैं. मेरे भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ में हम खड़े हैं."
छत्तीसगढ़ का रूप रंग बदल रहा: कैलाश खेर ने कहा कि भूपेश सरकार और उनके मंत्री प्रगति पथ पर काम कर रहे हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम कर रहे हैं. टूरिज्म के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. यह तभी होता है, जब राज्य की जनता यह चाहे और जनता राम होती है. जब राम चाह लें तो बात ही बदल जाती है. इसीलिए छत्तीसगढ़ का रूप रंग बदल रहा है.
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कैलाश खेर ने की छत्तीसगढ़ की तारीफ: खेर ने रायपुर एयरपोर्ट की तुलना महानगर के एयरपोर्ट से की. इसके लिए राज्य सरकार और प्रदेश की जनता को बधाई दी.
छत्तीसगढ़ की जनता को दी नसीहत: कैलाश खेर ने छत्तीसगढ़ वासियों को संदेश देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़वासी अपने राज्य का मान ऐसे ही आगे बढ़ाते रहें. छत्तीसगढ़ में साफ सफाई अच्छी हो रही है. ज्यादा फैशनेबल नहीं बनना, क्योंकि छत्तीसगढ़ एक आध्यात्मिक धरती है.