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'सालभर जब ऑनलाइन पढ़ाई हुई, तो परीक्षा ऑफलाइन क्यों?' - अमित जोगी ने ऑफलाइन परीक्षा पर उठाए सवाल

स्कूलों में ऑफलाइन एग्जाम लेने के फैसले पर जेसीसीजे प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जब सालभर पढ़ाई ऑनलाइन हुई है, तो फिर परीक्षा ऑफलाइन क्यों ली जा रही है.

JCCJ state president Amit Jogi questions offline exam
अमित जोगी ने ऑफलाइन परीक्षा पर उठाए सवाल
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Published : Feb 27, 2021, 10:42 AM IST

रायपुर: राज्य सरकार के निर्देश के बाद छत्तीसगढ़ में भी स्कूल-कॉलेज खुल चुके हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में बच्चों की परीक्षाएं भी ऑफलाइन होनी हैं. अब इस फैसले पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने सवाल उठाए हैं.

अमित जोगी की मांग

अमित जोगी ने कहा कि जब सालभर पढ़ाई ऑनलाइन हुई है, तो फिर परीक्षा ऑफलाइन क्यों ली जा रही है. उन्होंने कहा कि जब तक कोरोना महामारी पूरी तरह से नियंत्रित नहीं हो जाती, तब तक छात्र-छात्राओं की जान जोखिम में नहीं डालनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम और उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल को इस बारे में संज्ञान लेना चाहिए और ऑफलाइन परीक्षा लेने पर रोक लगानी चाहिए.

अमित जोगी ने ऑफलाइन परीक्षा पर उठाए सवाल

स्कूल खोले जाने पर HC ने सरकार से एक सप्ताह में मांगा जवाब

अमित जोगी ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि ऑनलाइन एग्जाम से ड्रॉप आउट की संख्या बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि अगर ऑफलाइन एग्जाम होते हैं, तो जरूर ऐसे राज्य में जहां कॉलेजों में 40 से 60 प्रतिशत छात्र-छात्राएं ग्रामीण इलाके से आते हैं, वे जरूर ड्रॉप आउट हो जाएंगे. जोगी ने कहा कि इस महामारी के दौर में कई लोगों का शहर में आकर एग्जाम देना संभव नहीं होगा, इसलिए जब ऑनलाइन पढ़ाई संभव है, तो परीक्षा भी ऑनलाइन होनी चाहिए.

कोरोना के 6 केस मिलने के बाद 15 दिनों के लिए स्कूल बंद

15 फरवरी से छत्तीसगढ़ में खुले स्कूल

राज्य सरकार के आदेश के अनुसार, कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूल फिलहाल खोले गए हैं. इससे पहले मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया था कि स्कूलों में कोरोना जांच और वैक्सीनेशन की सुविधा के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं जिन बच्चों या स्टाफ में सर्दी-खांसी, बुखार के लक्षण हैं, उन्हें आने से रोका गया है. स्कूल में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. बेंच भी 6 मीटर की दूरी पर लगाए गए हैं.

पाली शासकीय हाई स्कूल की 3 छात्राओं में कोरोना संक्रमण की पहचान

कई स्कूलों में छात्रों और स्टाफ को कोरोना

स्कूल खुलने के बाद से कई छात्रों और स्टाफ को कोरोना हो चुका है. जशपुर के कुनकुरी विकासखंड के ग्राम नारायणपुर के शासकीय हाईस्कूल में पढ़ाने वाली दो शिक्षिकाएं कोरोना संक्रमित पाई गई थीं. बिलासपुर के तखतपुर क्षेत्र के शासकीय हाईस्कूल पाली में भी रुटीन एंटीजन टेस्ट के दौरान तीन छात्राओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. वहीं मनेंद्रगढ़ में 6 स्टूडेंट्स और एक शिक्षिका कोरोना संक्रमित पाई गई. सरगुजा के सैनिक स्कूल में 8 स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.

सरगुजा: सैनिक स्कूल के 8 स्टाफ कोरोना संक्रमित

रायपुर: राज्य सरकार के निर्देश के बाद छत्तीसगढ़ में भी स्कूल-कॉलेज खुल चुके हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में बच्चों की परीक्षाएं भी ऑफलाइन होनी हैं. अब इस फैसले पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने सवाल उठाए हैं.

अमित जोगी की मांग

अमित जोगी ने कहा कि जब सालभर पढ़ाई ऑनलाइन हुई है, तो फिर परीक्षा ऑफलाइन क्यों ली जा रही है. उन्होंने कहा कि जब तक कोरोना महामारी पूरी तरह से नियंत्रित नहीं हो जाती, तब तक छात्र-छात्राओं की जान जोखिम में नहीं डालनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम और उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल को इस बारे में संज्ञान लेना चाहिए और ऑफलाइन परीक्षा लेने पर रोक लगानी चाहिए.

अमित जोगी ने ऑफलाइन परीक्षा पर उठाए सवाल

स्कूल खोले जाने पर HC ने सरकार से एक सप्ताह में मांगा जवाब

अमित जोगी ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि ऑनलाइन एग्जाम से ड्रॉप आउट की संख्या बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि अगर ऑफलाइन एग्जाम होते हैं, तो जरूर ऐसे राज्य में जहां कॉलेजों में 40 से 60 प्रतिशत छात्र-छात्राएं ग्रामीण इलाके से आते हैं, वे जरूर ड्रॉप आउट हो जाएंगे. जोगी ने कहा कि इस महामारी के दौर में कई लोगों का शहर में आकर एग्जाम देना संभव नहीं होगा, इसलिए जब ऑनलाइन पढ़ाई संभव है, तो परीक्षा भी ऑनलाइन होनी चाहिए.

कोरोना के 6 केस मिलने के बाद 15 दिनों के लिए स्कूल बंद

15 फरवरी से छत्तीसगढ़ में खुले स्कूल

राज्य सरकार के आदेश के अनुसार, कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्कूल फिलहाल खोले गए हैं. इससे पहले मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया था कि स्कूलों में कोरोना जांच और वैक्सीनेशन की सुविधा के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं जिन बच्चों या स्टाफ में सर्दी-खांसी, बुखार के लक्षण हैं, उन्हें आने से रोका गया है. स्कूल में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. बेंच भी 6 मीटर की दूरी पर लगाए गए हैं.

पाली शासकीय हाई स्कूल की 3 छात्राओं में कोरोना संक्रमण की पहचान

कई स्कूलों में छात्रों और स्टाफ को कोरोना

स्कूल खुलने के बाद से कई छात्रों और स्टाफ को कोरोना हो चुका है. जशपुर के कुनकुरी विकासखंड के ग्राम नारायणपुर के शासकीय हाईस्कूल में पढ़ाने वाली दो शिक्षिकाएं कोरोना संक्रमित पाई गई थीं. बिलासपुर के तखतपुर क्षेत्र के शासकीय हाईस्कूल पाली में भी रुटीन एंटीजन टेस्ट के दौरान तीन छात्राओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. वहीं मनेंद्रगढ़ में 6 स्टूडेंट्स और एक शिक्षिका कोरोना संक्रमित पाई गई. सरगुजा के सैनिक स्कूल में 8 स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.

सरगुजा: सैनिक स्कूल के 8 स्टाफ कोरोना संक्रमित

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