रायपुरः केंद्र सरकार द्वारा चावल लिए जाने से इंकार किए जाने के बाद छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है. जहां एक ओर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने प्रदेश से आर्थिक नाकेबंदी किए जाने की बात कही तो वहीं दूसरी ओर एक कदम आगे बढ़ते हुए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है यदि छत्तीसगढ़ का चावल नहीं खरीदा गया तो आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ से सप्लाई होने वाले कोयले पर रोक लगा दी जाएगी.
देश का 11% कोयला छत्तीसगढ़ से सप्लाई होता है. ऐसे में यदि सरकार के द्वारा कोयले की सप्लाई रोकी जाती है तो इसका असर देश पर बड़े पैमाने पर हो सकता है, क्योंकि छत्तीसगढ़ से सप्लाई होने वाले कोयले से ज्यादातर प्रदेशों में बिजली का उत्पादन किया जाता है और यदि कोयला सप्लाई को रोका गया तो बिजली उत्पादन पर भी इसका असर पड़ सकता है
किसानों को हो रहा है नुकसान
छत्तीसगढ़ सरकार किसानों से 25 सौ रुपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करना चाहती है. केंद्र सरकार ने इससे इनकार कर दिया है. इसके बाद से केंद्र और राज्य में टकराव की स्थिति बन रही है. प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस भी आमने-सामने हैं. राज्य सरकार ने धान खरीदी की तारीख भी आगे बढ़ा दी है, जिससे सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हो रहा है.