रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव से पहले चौथी बार मंगलवार को छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. पीएम का ये दौरा बेहद खास माना जा रहा है. पीएम बस्तर में एक भव्य सभा को संबोधित करेंगे. यहां भारी संख्या में लोगों की भीड़ जुटने की संभावना जताई जा रही है.वहीं, सर्वआदिवासी समाज, कांग्रेस सहित अन्य संगठन ने 3 अक्टूबर को बस्तर बंद का आह्वान किया है. ये बंद पीएम को दौरे में खलल डालने का काम कर सकता है. दरअसल, बस्तरवासियों का ये विरोध एनएमडीसी का स्टील प्लांट को लेकर है. वहीं संसदीय सचिव और जगदलपुर कांग्रेस विधायक रेखचंद जैन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एनएमडीसी के स्टील प्लांट को न बेचने की मांग कर रहे हैं.
बस्तरवासियों को रोजगार की आस: बता दें कि नगरनार जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है. लगभग दो दशक से इसकी स्थापना का काम जारी था. स्टील प्लांट स्थापना के लिए नगरनार क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों के किसानों से जमीन अधिग्रहित की गई है. बस्तर के औद्योगीकरण के लिए स्टील प्लांट की स्थापना को मील का पत्थर माना जा रहा है. इस प्लांट से स्थानीय युवकों को रोजगार की उम्मीद है. इस प्लांट को लेकर लोगों को उम्मीद थी कि ये सरकारी होगी. हालांकि केंद्र सरकार इसका निजीकरण करना चाहती है. यही कारण है कि बस्तरवासियों में इसे लेकर नाराजगी है.
विधायक की पीएम से अपील: इसे लेकर संसदीय सचिव और जगदलपुर से कांग्रेस विधायक रेखचंद जैन ने पीएम मोदी से एनएमडीसी का स्टील प्लांट न बेचने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि, "प्रधानमंत्री बस्तर की जनता को इस बात की गारंटी दें कि नगरनार स्थित एनएमडीसी का स्टील प्लांट नहीं बेचा जाएगा." विधायक ने नगरनार मामले को लेकर तीन अक्टूबर को बुलाए गए कांग्रेस के बंद को सभी से व्यापक समर्थन देने की अपील भी की है.