रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र 1 मार्च से शुरू हुआ है. यह बजट सत्र 24 मार्च तक चलेगा. 6 मार्च को सीएम भूपेश बघेल ने बजट पेश किया. होली की छुट्टी के बाद सोमवार को एक बार फिर बजट सत्र शुरु हुआ है. सोमवार की कार्यवाही के दौरान भी विपक्ष के तीखे तेवर दिखे. मंगलवार को भी प्रश्नकाल की शुरुआत हंगामेदार रही. छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार की कार्यवाही के दौरान प्रश्नकाल में शिक्षा मंत्री घिरते नजर आए. शिक्षा मंत्री को न सिर्फ विपक्ष बल्कि सत्तापक्ष के विधायकों ने भी घेरा.
सत्ता पक्ष के विधायक ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के नियमितीकरण के मामले को सदन में उठाया और गलत नियमितीकरण का आरोप लगाते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की. जांच किए जाने की मांग भी सत्ता पक्ष के विधायक ने की. जिसके बाद स्कूल शिक्षा मंत्री ने तत्काल सदन में मामले की जांच कराने सहित सहायक आयुक्त को निलंबित करने की घोषणा की.
सत्तापक्ष के विधायक अमितेश शुक्ला ने विधानसभा में गरियाबंद जिले के आदिवासी विकास विभाग द्वारा नियमित किए गए कर्मचारियों का मामला उठाया. इस दौरान अमितेश शुक्ल ने विभाग द्वारा संचालित छात्रावास आश्रमों में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी के अपात्र दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को नियमित करने का आरोप लगाया.
छत्तीसगढ़ विधानसभा में अमितेश शुक्ला ने कहा कि मंत्री की ओर से जानकारी आई है कि नियमित नहीं किया गया है, जबकि मेरे पास आदेश की कॉपी है कि पैसे लेकर नियमित किया गया है. 4 साल से अधिक समय से गायब एक कर्मचारी को भी नियमित किया गया है. इस मामले को लेकर अमितेश शुक्ला ने जांच सहित दोषियों पर कार्रवाई की मांग की. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने सहायक आयुक्त को निलंबित करने की घोषणा सदन में की, साथ ही मामले की जांच के आदेश भी दिए.