रायपुर: छत्तीसगढ़ में कुपोषण को दूर करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों में अंडा वितरण करने का आदेश जारी किया है. इसे लेकर सियासत और बयानबाजी का दौर जारी है. कबीरपंथी समाज समेत जैन समाज के लोगों ने इस आदेश का जमकर विरोध किया था.
अंडा वितरण को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सरकार पर आरोप लगाया है कि कुपोषण दूर करने के लिए सोयाबीन, दूध और पनीर जैसे अन्य खाद्य भी बांटे जा सकते हैं, लेकिन सरकार केवल अंडा वितरण को लेकर ही अड़ी हुई है. कहीं न कहीं इस अंडे बांटने की स्कीम के पीछे कमीशन का बड़ा खेल है, क्योंकि अंडे में पर पीस के हिसाब से कमीशन का लेन-देन हो रहा है. यही वजह है कि सरकार लगातार इस योजना की तारीफ में जुटी हुई है.
आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
भारतीय जनता पार्टी के तमाम आरोपों को लेकर कांग्रेस के पदाधिकारियों ने कहा है कि 15 साल तक बीजेपी सरकार में रही. भाजपा के कार्यकाल में कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड रहा है. अब सरकार बदल जाने के बाद भाजपा पदाधिकारियों के पास सिर्फ आरोप लगाने का ही काम बचा है.
अंडा एक उत्तम पोषक आहार
ETV भारत ने पोल्ट्री कंसलटेंट डॉ मनोज शुक्ला से बात की तो उनका कहना था कि कुपोषण से लड़ने के लिए अंडा एक उत्तम पोषक आहार है. एनईसीसी के आंकड़ों पर नजर डालें तो दुनिया के प्रमुख देशों में प्रति व्यक्ति औसतन 1 साल में अंडा खाने के मामले में भारत देश बेहद पिछड़ा हुआ है. चीन में जहां साल भर में 349 अंडे, जापान में 346 अंडे, मैक्सिको में 345 अंडे, अमेरिका में 259 अंडे, डेनमार्क में 300 अंडे एक व्यक्ति प्रतिवर्ष खाता है वहीं भारत में ये आंकड़ा केवल 52 अंडों का है.
अंडे को लेकर कई भ्रांतियां
मनोज शुक्ला ने कहा कि मां के दूध के अलावा केवल अंडे में ही समुचित मात्रा में प्रोटीन व पोषक आहार होते हैं. अंडे को लेकर हमारे यहां कई तरह की भ्रांतियां है कि अंडा मांसाहारी होता है, मुर्गियों को इंजेक्शन लगाकर अंडा पैदा किया जाता है, अंडा गर्म होता है, अंडा खाने से गैस बनती है, नकली अंडे बना लिया जाते हैं, जबकि हकीकत कुछ और है. अंडे में किसी तरह की कोई मिलावट करना संभव नहीं है.
पोल्ट्री फॉर्म में अंडे अनफर्टिलाइज्ड होते हैं
इतना ही नहीं डॉक्टर शुक्ला ETV भारत से कहते हैं कि अंडे के शाकाहारी और मांसाहारी होने के पीछे कई कारण हैं, लेकिन व्यवसायिक पोल्ट्री फॉर्म में अंडे अनफर्टिलाइज्ड होते हैं. क्योंकि व्यवसायिक पॉल्ट्री फार्म में केवल मादा मुर्गी रखी जाती है मुर्गे नहीं होते हैं. जब तक अंडे अनफर्टिलाइज्ड होंगे तो इन्हें कितने भी समय रखा जाए उन से चूजे उत्पन्न नहीं हो सकते इस लिहाज से इसमें किसी तरह का कोई जीव नहीं होता है.