रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन की ओर से 1 नवंबर को स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 30 विभूतियों और तीन संस्थाओं को राज्य अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया गया.
छत्तीसगढ़ के प्रथम राज्य निर्वाचन आयुक्त और साहित्यकार डॉ. सुशील त्रिवेदी को भी सम्मानित किया गया है. उन्हें साहित्य के क्षेत्र में दिए जाने वाला पंडित सुंदरलाल शर्मा सम्मान दिया गया. यह सम्मान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा दिया गया. इस दौरान मंत्रिमंडल के सदस्य और वरिष्ठ जन भी मौजूद रहे.
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सम्मान पाने के बाद सुशील त्रिवेदी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि उनके द्वारा साहित्य के क्षेत्र में लंबे समय से काम किया जा रहा था. उसे देखते हुए सरकार ने यह सम्मान दिया है. इस अलंकरण सम्मान समारोह में मंत्रिमंडल के सदस्यों सहित कई हस्तियां मौजूद थे. उनके बीच उन्हें इस सम्मान से नवाजा गया है, जो काफी गर्व की बात है. इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया है.
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम की जरुरत
इस दौरान जब सुशील त्रिवेदी से पूछा गया कि राज्य निर्माण के बाद 20 सालों में छत्तीसगढ़ में विकास की क्या स्थिति है और इसमें आगे क्या सुधार किया जा सकता है, इसपर उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि पिछले 20 साल में छत्तीसगढ़ में बेहतर विकास हुआ है. प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी अच्छा काम किया गया है, बावजूद इसके इन क्षेत्रों में अभी भी बहुत काम करने की गुंजाइश है.
'स्कूलों में शिक्षकों की कमी'
उन्होंने बताया कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी है और जो शिक्षक है उनमें से भी कई शिक्षक स्कूल नहीं जाते हैं. जो शिक्षक स्कूल जाते भी हैं तो उनके द्वारा भी शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता है. इस क्षेत्र में राज्य सरकार को योजना बनाकर बेहतर तरीके से काम करना होगा. उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सरकार को विशेष ध्यान देने की बात कही. साथ ही उन्होंने प्रदेश के विकास के लिए निवेश पर काम किए जाने की बात पर भी बल दिया.