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SPECIAL: कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग को किन तैयारियों की जरूरत, जानें डॉ राकेश गुप्ता से

छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो गया है. कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों के साथ ही और कितना मुस्तैद रहने की जरूरत है इस मामले में ETV भारत ने IMA के सदस्य डॉ राकेश गुप्ता से बातचीत की.

dr rakesh gupta
डॉ राकेश गुप्ता
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Published : Jul 27, 2020, 1:23 PM IST

Updated : Jul 27, 2020, 3:30 PM IST

रायपुर: प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. हालत ये है कि राजधानी रायपुर इन दिनों कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बना हुआ है. लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के आंकड़े स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ा रहे हैं और उनकी तैयारियों की पोल भी खोल रहे हैं. प्रदेश में तकरीबन 15 दिन पहले इतनी बड़ी संख्या में मरीज नहीं थे, लेकिन एकाएक मरीजों की बढ़ने की प्रक्रिया शुरू हुई और अब हालत ये है कि संक्रमितों के साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है.

पढ़ें: COVID-19 UPDATE: छत्तीसगढ़ में मरीजों की संख्या में इजाफा, बढ़ाया जा सकता है लॉकडाउन

'छत्तीसगढ़ में कोरोना बेकाबू'

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए किए उपायों के लिए कभी राष्ट्रपति और WHO से तारीफ पाने वाले छत्तीसगढ़ में इस समय हालात इस कदर बदतर हो चुके हैं कि यहां सरकार को एक बार फिर लॉकडाउन लगाना पड़ा है. 22 तारीख से रायपुर में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया गया है. अनकंट्रोल हो चुके कोरोना को लॉकडाउन लगाकर कंट्रोल करने की कोशिश की जा रही है.

आखिर सरकार की तैयारी कैसी है और इस वक्त सरकार को कैसे काम करना चाहिए, इसे लेकर ETV भारत ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य राकेश गुप्ता से खास बात की.

'होम आइसोलेट कर किया जाए इलाज'

dr rakesh gupta
डॉ राकेश गुप्ता

डॉ राकेश गुप्ता ने ETV भारत से बातचीत में बताया कि इस समय कोरोना के केस ज्यादा बढ़ रहे हैं, ऐसे में कोरोना मरीजों को लेकर त्रिस्तरीय व्यवस्था करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि लगातार स्थिति खराब हो रही है. और कहीं ना कहीं ऐसे में जो खामियां स्वास्थ्य विभाग के द्वारा रह गई थीं, वह भी उजागर हो रही है. इस वक्त सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती है क्योंकि अब बड़ी संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं. ऐसे में सरकार को कई अन्य विकल्पों पर भी बात करने की जरूरत है. जिसमें होम आइसोलेशन भी शामिल है. सबसे बड़ी चुनौती है कि जो मरीज सामने आ रहे हैं, उनको जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती कराया जाए. डॉ राकेश गुप्ता ने बताया कि माइल्ड सिम्टम्स वाले मरीजों को होम आइसोलेट कर उनका इलाज किया जाना चाहिए.

पढ़ें: सूरजपुर: बढ़ रही है कोरोना संक्रमितों की संख्या, 28 जुलाई से 31 जुलाई तक लॉकडाउन

'अभी और बढ़ेंगे कोरोना केस'

डॉ राकेश गुप्ता का कहना है कि कोरोना मरीजों की बढ़ोतरी की अभी शुरुआत है. छत्तीसगढ़ में अभी भी उतने मरीज नहीं हैं, जितने की पूरे देश से निकलकर सामने आ रहे हैं. लगातार ये आंकड़े बढ़ रहे हैं और स्वास्थ्य अमला भी यह दावा कर रहा है कि आंकड़े और बढ़ेंगे. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को अपनी पूरी तैयारी रखने की जरूरत है. स्वास्थ्य विभाग की मुस्तैदी के कारण ही कोरोना से जंग जीती जा सकेगी.

'लॉकडाउन से मिलेगा फायदा'

एंबुलेंस की दिक्कत पर डॉ राकेश गुप्ता ने कहा कि लगातार बहुत से मरीज एक साथ सामने आने पर कई बार इस तरह की दिक्कत आती है, हालांकि इस समय प्राइवेट हॉस्पिटल भी सरकार के साथ आ गए हैं, जिससे आगे इस तरह की समस्या नहीं आने की उम्मीद है. डॉ. गुप्ता ने कहा कि दोबारा लगाया गया लॉकडाउन लोगों को सामाजिक दूरी बनाकर रखने की सीख के लिए लगाया गया है. जिसका आने वाले 20 दिनों में काफी फायदा मिलेगा.

रायपुर: प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. हालत ये है कि राजधानी रायपुर इन दिनों कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बना हुआ है. लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के आंकड़े स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ा रहे हैं और उनकी तैयारियों की पोल भी खोल रहे हैं. प्रदेश में तकरीबन 15 दिन पहले इतनी बड़ी संख्या में मरीज नहीं थे, लेकिन एकाएक मरीजों की बढ़ने की प्रक्रिया शुरू हुई और अब हालत ये है कि संक्रमितों के साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है.

पढ़ें: COVID-19 UPDATE: छत्तीसगढ़ में मरीजों की संख्या में इजाफा, बढ़ाया जा सकता है लॉकडाउन

'छत्तीसगढ़ में कोरोना बेकाबू'

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए किए उपायों के लिए कभी राष्ट्रपति और WHO से तारीफ पाने वाले छत्तीसगढ़ में इस समय हालात इस कदर बदतर हो चुके हैं कि यहां सरकार को एक बार फिर लॉकडाउन लगाना पड़ा है. 22 तारीख से रायपुर में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया गया है. अनकंट्रोल हो चुके कोरोना को लॉकडाउन लगाकर कंट्रोल करने की कोशिश की जा रही है.

आखिर सरकार की तैयारी कैसी है और इस वक्त सरकार को कैसे काम करना चाहिए, इसे लेकर ETV भारत ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य राकेश गुप्ता से खास बात की.

'होम आइसोलेट कर किया जाए इलाज'

dr rakesh gupta
डॉ राकेश गुप्ता

डॉ राकेश गुप्ता ने ETV भारत से बातचीत में बताया कि इस समय कोरोना के केस ज्यादा बढ़ रहे हैं, ऐसे में कोरोना मरीजों को लेकर त्रिस्तरीय व्यवस्था करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि लगातार स्थिति खराब हो रही है. और कहीं ना कहीं ऐसे में जो खामियां स्वास्थ्य विभाग के द्वारा रह गई थीं, वह भी उजागर हो रही है. इस वक्त सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती है क्योंकि अब बड़ी संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं. ऐसे में सरकार को कई अन्य विकल्पों पर भी बात करने की जरूरत है. जिसमें होम आइसोलेशन भी शामिल है. सबसे बड़ी चुनौती है कि जो मरीज सामने आ रहे हैं, उनको जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती कराया जाए. डॉ राकेश गुप्ता ने बताया कि माइल्ड सिम्टम्स वाले मरीजों को होम आइसोलेट कर उनका इलाज किया जाना चाहिए.

पढ़ें: सूरजपुर: बढ़ रही है कोरोना संक्रमितों की संख्या, 28 जुलाई से 31 जुलाई तक लॉकडाउन

'अभी और बढ़ेंगे कोरोना केस'

डॉ राकेश गुप्ता का कहना है कि कोरोना मरीजों की बढ़ोतरी की अभी शुरुआत है. छत्तीसगढ़ में अभी भी उतने मरीज नहीं हैं, जितने की पूरे देश से निकलकर सामने आ रहे हैं. लगातार ये आंकड़े बढ़ रहे हैं और स्वास्थ्य अमला भी यह दावा कर रहा है कि आंकड़े और बढ़ेंगे. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को अपनी पूरी तैयारी रखने की जरूरत है. स्वास्थ्य विभाग की मुस्तैदी के कारण ही कोरोना से जंग जीती जा सकेगी.

'लॉकडाउन से मिलेगा फायदा'

एंबुलेंस की दिक्कत पर डॉ राकेश गुप्ता ने कहा कि लगातार बहुत से मरीज एक साथ सामने आने पर कई बार इस तरह की दिक्कत आती है, हालांकि इस समय प्राइवेट हॉस्पिटल भी सरकार के साथ आ गए हैं, जिससे आगे इस तरह की समस्या नहीं आने की उम्मीद है. डॉ. गुप्ता ने कहा कि दोबारा लगाया गया लॉकडाउन लोगों को सामाजिक दूरी बनाकर रखने की सीख के लिए लगाया गया है. जिसका आने वाले 20 दिनों में काफी फायदा मिलेगा.

Last Updated : Jul 27, 2020, 3:30 PM IST
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