रायपुर: शनिवार के दिन जया एकादशी का पावन पर्व मनाया जाएगा. आज ही के दिन सूर्य का कुंभ राशि में प्रवेश होगा. जया एकादशी का व्रत करने पर चारों ओर जय और विजय मिलती हैं. जया एकादशी एक महत्वपूर्ण महोत्सव है. आज के शुभ दिन श्री हरि विष्णु और कृष्ण भगवान की पूजा की जाती है. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः, सूर्य सहस्त्रनाम विष्णु चालीसा विष्णु जी की आरती आज के दिन गाना मंगलमय होता है. भगवान श्री कृष्ण के भक्तों को कृष्ण सहस्त्रनाम गीता का अध्ययन और कृष्ण चालीसा पढ़ना शुभ माना गया है.
शुभकारी है जया एकादशी
ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्री विनीत शर्मा कहते हैं कि, आज के शुभ दिन लाल कपड़े में श्री हरि विष्णु और देवकीनंदन कृष्ण भगवान की पूजा की जाती है. जो दंपति संतान से वंचित हैं उन्हें आज के दिन व्रत उपवास साधना ध्यान और दान करने से लाभ मिलता है. आज के दिन संगम गंगा नदी का स्नान करना बहुत पवित्र माना गया है. यदि आप संगम तट से बहुत दूर हैं गंगा के जल को अपने स्नान के जल में मिलाकर शुद्ध भावना से स्नान करना चाहिए. जया एकादशी दान के लिए भी प्रसिद्ध है. आज के शुभ दिन दिव्यांगजन, कैंसर से पीड़ित लोगों को दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
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एकादशी का मुहूर्त
एकादशी तिथि, 11 फरवरी शुक्रवार की दोपहर 1:52 से प्रारंभ हो जाएगी और दूसरे दिन 12 फरवरी शनिवार सायंकाल 4:27 तक संपूर्ण दिन एकादशी के प्रभाव में रहेगी. यह दिन अहोरात्र है अर्थात आद्रा नक्षत्र संपूर्ण दिवस विद्यमान रहेगा. इस दिन मिथुन राशि का चंद्रमा और ववकरण भी विष्कुंभ में रहेगा. यह एकादशी अपने आप में अति विशिष्ट है. आज के शुभ दिन पीला और नीला वस्त्र पहनना शुभ रहता है. आज के शुभ दिन से एकादशी के व्रतों का संकल्प करना भी शुभ माना गया है. जया एकादशी अपने भक्तों पर विजय और जय का आशीर्वाद देती है. निष्ठापूर्वक इस एकादशी का व्रत करने पर चारों दिशाओं में जय और विजय मिलती है.