रायपुर: थप्पड़ कांड के बाद सूरजपुर कलेक्टर के पद से हटाए गए IAS रणवीर शर्मा का नाम विवादों में पहली बार नहीं आया है. 2012 बैच के ये अधिकारी पहले भी कई विवादों में शामिल रहे हैं. लेकिन आश्चर्य ये है कि, जब एक अधिकारी पहले से ही इतने विवादों में घिरा हो, जिसके संबंध में विधानसभा में सवाल उठे हों, जिसे रिश्वत लेते ACB ने गिरफ्तार किया हो. वो लगातार प्रमोशन कैसे पाता रहा ? भ्रष्टाचार पर जीरो टॉरलेंस के दावे वाले इस दौर में कैसे एक दागी अधिकारी पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ तबादला कर दिया जाता है.
थप्पड़ कांड के बाद सिर्फ तबादला !
कोरोना के चलते लॉकडाउन में एक युवक को थप्पड़ मारने और उसका मोबाइल तोड़ने का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तत्काल इस मामले में संज्ञान लिया. उन्होंने रणवीर शर्मा को कलेक्टर पद से हटा दिया और मंत्रालय में संयुक्त सचिव पद पर आसीन कर दिया. केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने सीएम भूपेश बघेल से पूछा है कि क्या इस अमानवीय व्यवहार के बदले कलेक्टर के खिलाफ FIR दर्ज होगी ?
कुर्सी और पावर की हनक में भूल गए सूरजपुर के कलेक्टर साहब कि वो 'तानाशाह' नहीं जनता के सेवक हैं
रिश्वत लेते पकड़ा गया था आईएएस
साल 2015 में भानुप्रतापपुर में एसडीएम रणवीर शर्मा को जमीन विवाद में दस हजार का रिश्वत लेते एसीबी ने पकड़ा था. हालांकि तब इन्हें पद से हटाते हुए मंत्रालय में स्थांतरित कर दिया गया था. जिन्हें अवर सचिव के पद की जिम्मेदारी दी गई है.
भालू को मरवा दी थी गोली
साल 2014 में मरवाही इलाके में रणवीर शर्मा बतौर एसडीएम पदस्थ थे. एक भालू जो एक व्यक्ति की जान ले चुका था और कुछ लोगों पर हमला कर चुका था. IAS रणवीर शर्मा इसे मारने का आदेश दे दिया था. इस आदेश पर भालू को गोली मारी गई. जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले ने भी काफी तूल पकड़ा था. हालांकि इस बार वीडियो वायरल होने के बाद आईएएस रणवीर शर्मा के खिलाफ तत्काल कार्रवाई के निर्देश सीएम ने दिए हैं. इससे ऐसे अधिकारियों को जरूर संदेश मिलेगा की वे एक लोक सेवक हैं, तानाशाह नहीं.
सूरजपुर कलेक्टर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, सीएम ने दिए हटाने के निर्देश
आईएएस-आईपीएस अधिकारियों ने भी की निंदा
अक्सर देखा गया है कि एक अधिकारी दूसरे के संबंध में खुलकर नहीं बोलते, लेकिन आईएएस रणवीर शर्मा के इस व्यवहार की प्रदेश के कई आईएएस-आईपीएस अधिकारियों ने भी निंदा की है.