रायपुर: केंद्र की मोदी सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है. छत्तीसगढ़ में भी अब किसान संगठन देशभर के किसानों के साथ आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं. रायपुर में धरनास्थल पर छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के आह्वान पर सोमवार से क्रमिक भूख हड़ताल भी शुरू हो गई है. ईटीवी भारत ने मौके का जायजा लिया.
रायपुर में किसान नेताओं की क्रमिक भूख हड़ताल
क्रमिक भूख हड़ताल के पहले दिन किसान मजदूर महासंघ के संयोजक सदस्य डॉ. संकेत ठाकुर, विश्वजीत, लक्ष्मीनारायण चंद्राकर, लता शर्मा और सौरा यादव क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हैं. छत्तीसगढ़ के किसानों ने देशव्यापी किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए एकजुटता का प्रदर्शन किया है. किसान नेताओं ने देशभर में हो रहे किसान संगठन का समर्थन करते हुए राजधानी रायपुर में भी क्रमिक रूप से जारी करने का दावा किया है. उन्होंने प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के बयानों पर आपत्ति दर्ज कराई है. बृजमोहन अग्रवाल ने किसान आंदोलन में अर्बन नक्सली और टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्यों के शामिल होने की बात कही है.
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किसानों का अपमान करना गलत
महासंघ के नेताओं ने पूर्व मंत्री के बयान को किसान का अपमान बताते हुए कहा है कि यदि बीजेपी के नेता, किसानों का सम्मान नहीं कर सकते तो कम से कम देश के अन्नदाता किसानों का अपमान तो ना करें. देश-प्रदेश के किसान इन काले कानूनों के खिलाफ व्यथित होकर सड़कों पर हैं. इन्हें किसी अन्य संगठन का सदस्य बताकर अपमान करना सरासर गलत है. अपने विवादास्पद बयानों के लिए बीजेपी नेताओं को किसानों से बिना शर्त माफी मांगने की जरूरत है.