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WORLD HEART DAY: क्योंकि दिल का मामला है...जानिए किन बातों का रखना है ख्याल

हर साल 29 सितंबर को 'विश्व हृदय दिवस' मनाया जाता है. हृदय संबंधी बीमारियों के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से इसकी शुरुआत की गई. 'विश्व हृदय दिवस' पर ETV भारत पर जाने दिल से जुड़ी बीमारियों से बचने और दिल को स्वस्थ रखने के उपाय.

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Published : Sep 29, 2020, 2:21 PM IST

WORLD HEART DAY 2020
विश्व हृदय दिवस 2020

रायपुर: आज इंसान भाग दौड़ भरी जिंदगी में इतना व्यस्त हो गया है कि न उठने का सही समय है, न सोने का और न ही खाने का. यही वजह है कि, मानव का शरीर धीरे-धीरे बीमारियों का घर बनता जा रहा है. 'विश्व हृदय दिवस' पर ETV भारत पर जाने दिल से जुड़ी बीमारियों से बचने और दिल को स्वस्थ रखने के उपाय. हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है. ये याद रखना है कि इस व्यस्त जीवन में हमें अपने दिल का ख्याल रखना है.

साल 2020 को कोरोना महामारी ने पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया है. जहां इस संक्रमण से बचने के लिए कई उपाए किए जा रहे हैं, वहीं अपने दिला का ख्याल रखने की भी विशेष जरूरत है, जिससे आप स्वस्थ्य रहें. इस संकट काल में लोगों को पहले से ज्यादा सावधानियां बरतने और अपना ख्याल रखने की जरूरत है. खान-पान सही समय पर और पौष्टिक होने से शरीर को इसका भरपूर फायदा मिलता है.

डॉक्टर बताते हैं कि हृदय रोग की मुख्य वजह हाई ब्लड प्रेशर, शुगर है, जो भविष्य में हार्टअटैक के अलावा किडनी से लेकर आंखों और जोड़ो तक के दिक्कत की वजह बनती है. हाई बीपी से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है, क्योंकि लंबे समय तक बढ़ते दबाव के कारण धमनियां सिकुड़ जाती हैं. इससे हृदय को ब्लड पंप करने में परेशानी होती है.

डॉक्टरों के मुताबिक किन-किन कारणों से हृदय रोग बढ़ते हैं-

ज्यादा वजन: शरीर में तय मात्रा से ज्यादा फैट की वजह से वजन बढ़ जाता है. इससे कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ाता है, जो किडनी संबंधी बीमारियों का एक बड़ा कारण बनता है. शरीर में ट्रांस फैट बढ़ने की वजह से हार्टअटैक का खतरा भी बढ़ जाता है.

हाई ब्लड प्रेशर: लंबे समय से हाई बीपी धमनियों को ब्लॉक कर देता है. इससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर का लगातार उतार-चढ़ाव हृदय के लिए ठीक नहीं होता , इससे कार्य क्षमता प्रभावित होती है.

बढ़ता स्ट्रेस: तनाव का संबंध हृदय से होता है. जितना ज्यादा स्ट्रेस से दूर रहेंगे उतना स्वस्थ रहेंगे. जितना ज्यादा तनाव लेंगे, उससे अनालाइन हार्मोन रिलीज होगा, जिससे हार्टअटैक का खतरा बढ़ता है. साथ ही ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगता है.

जन्म संबंधित: कोलेस्ट्रॉल बढ़ना जेनेटिक भी हो सकता है. यदि माता-पिता में से किसी को भी 55 साल से पहले हार्ट अटैक हुआ हो तो बच्चों में इसकी आशंका कई गुना बढ़ जाती है. बच्चों में जींन और खानपान की आदते सामान होती है. इसलिए हर महीने बच्चों की डॉक्टर से जांच करानी चाहिए.

हृदय के रोग से कैसे रहे निरोग

  • ज्यादा पका हुआ तला भुना खाना और जंक फूड से बचे.
  • कम से कम घी, तेल और मक्खन का इस्तेमाल करें.
  • खाने में पचास परसेंट सब्जियों, फल का इस्तेमाल करें.
  • इसके आलाव सात रंग के फल और सब्जियों का सलाद रेगुलर अपने खाने में शामिल करें.
  • हाई फाइबर वाली चीजें ज्यादा ग्रहण करें.

इन बातों का रखें ख्याल

  • रात 10 बजे तक सो जाएं सुबह सूर्योदय से पहले उठे.
  • उठने के दो-तीन घंटे में ब्रेकफास्ट कर लें.
  • दोपहर में सही समय देखकर लंच करें.
  • रात 8 बजे तक डिनर कर ले और पानी हमेशा खाने के 1 घंटे बाद ही पिएं.
  • रोज सुबह योग और व्यायाम करें.
  • रोजाना सुबह 30 मिनट योग और व्यायाम करने से स्वस्थ वह तंदुरुस्त रहेंगे और बीमारियां भी शरीर के इर्द-गिर्द नहीं भटकेगी.

रायपुर: आज इंसान भाग दौड़ भरी जिंदगी में इतना व्यस्त हो गया है कि न उठने का सही समय है, न सोने का और न ही खाने का. यही वजह है कि, मानव का शरीर धीरे-धीरे बीमारियों का घर बनता जा रहा है. 'विश्व हृदय दिवस' पर ETV भारत पर जाने दिल से जुड़ी बीमारियों से बचने और दिल को स्वस्थ रखने के उपाय. हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है. ये याद रखना है कि इस व्यस्त जीवन में हमें अपने दिल का ख्याल रखना है.

साल 2020 को कोरोना महामारी ने पूरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया है. जहां इस संक्रमण से बचने के लिए कई उपाए किए जा रहे हैं, वहीं अपने दिला का ख्याल रखने की भी विशेष जरूरत है, जिससे आप स्वस्थ्य रहें. इस संकट काल में लोगों को पहले से ज्यादा सावधानियां बरतने और अपना ख्याल रखने की जरूरत है. खान-पान सही समय पर और पौष्टिक होने से शरीर को इसका भरपूर फायदा मिलता है.

डॉक्टर बताते हैं कि हृदय रोग की मुख्य वजह हाई ब्लड प्रेशर, शुगर है, जो भविष्य में हार्टअटैक के अलावा किडनी से लेकर आंखों और जोड़ो तक के दिक्कत की वजह बनती है. हाई बीपी से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है, क्योंकि लंबे समय तक बढ़ते दबाव के कारण धमनियां सिकुड़ जाती हैं. इससे हृदय को ब्लड पंप करने में परेशानी होती है.

डॉक्टरों के मुताबिक किन-किन कारणों से हृदय रोग बढ़ते हैं-

ज्यादा वजन: शरीर में तय मात्रा से ज्यादा फैट की वजह से वजन बढ़ जाता है. इससे कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ाता है, जो किडनी संबंधी बीमारियों का एक बड़ा कारण बनता है. शरीर में ट्रांस फैट बढ़ने की वजह से हार्टअटैक का खतरा भी बढ़ जाता है.

हाई ब्लड प्रेशर: लंबे समय से हाई बीपी धमनियों को ब्लॉक कर देता है. इससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर का लगातार उतार-चढ़ाव हृदय के लिए ठीक नहीं होता , इससे कार्य क्षमता प्रभावित होती है.

बढ़ता स्ट्रेस: तनाव का संबंध हृदय से होता है. जितना ज्यादा स्ट्रेस से दूर रहेंगे उतना स्वस्थ रहेंगे. जितना ज्यादा तनाव लेंगे, उससे अनालाइन हार्मोन रिलीज होगा, जिससे हार्टअटैक का खतरा बढ़ता है. साथ ही ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगता है.

जन्म संबंधित: कोलेस्ट्रॉल बढ़ना जेनेटिक भी हो सकता है. यदि माता-पिता में से किसी को भी 55 साल से पहले हार्ट अटैक हुआ हो तो बच्चों में इसकी आशंका कई गुना बढ़ जाती है. बच्चों में जींन और खानपान की आदते सामान होती है. इसलिए हर महीने बच्चों की डॉक्टर से जांच करानी चाहिए.

हृदय के रोग से कैसे रहे निरोग

  • ज्यादा पका हुआ तला भुना खाना और जंक फूड से बचे.
  • कम से कम घी, तेल और मक्खन का इस्तेमाल करें.
  • खाने में पचास परसेंट सब्जियों, फल का इस्तेमाल करें.
  • इसके आलाव सात रंग के फल और सब्जियों का सलाद रेगुलर अपने खाने में शामिल करें.
  • हाई फाइबर वाली चीजें ज्यादा ग्रहण करें.

इन बातों का रखें ख्याल

  • रात 10 बजे तक सो जाएं सुबह सूर्योदय से पहले उठे.
  • उठने के दो-तीन घंटे में ब्रेकफास्ट कर लें.
  • दोपहर में सही समय देखकर लंच करें.
  • रात 8 बजे तक डिनर कर ले और पानी हमेशा खाने के 1 घंटे बाद ही पिएं.
  • रोज सुबह योग और व्यायाम करें.
  • रोजाना सुबह 30 मिनट योग और व्यायाम करने से स्वस्थ वह तंदुरुस्त रहेंगे और बीमारियां भी शरीर के इर्द-गिर्द नहीं भटकेगी.
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