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Weather Alerts: क्या होता है मौसम विभाग के अलर्ट और उसके रंग का महत्व ?

Weather Alerts: मौसम विभाग लोगों को सावधान और सतर्क रहने के लिए कई तरह के अलर्ट जारी करता है. इसमें येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट होता है. क्या आपको पता है कि ये अलर्ट क्या हैं, इनका मतलब क्या होता है और मौसम विभाग इनको कब जारी करता है.

Chhattisgarh weather
मौसम विभाग कितने तरह के अलर्ट करता है जारी
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Published : Jul 2, 2022, 4:37 PM IST

Updated : Jun 23, 2023, 5:06 PM IST

रायपुर: मौसम विभाग की तरफ से लोगों को सावधान और सर्तक रहने के लिए गर्मी, ठंड और बरसात के दिनों में कई तरह के अलर्ट जारी किए जाते हैं. जिसमें ग्रीन, यलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट होता है. जिससे लोग सतर्क और सावधान रहकर अपना काम कर सकें. मौसम विभाग द्वारा जारी किए जाने वाले अलग-अलग रंगों के बारे में मौसम विभाग किस तरह की सूचना या सावधानी बरतने के लिए चेतावनी जारी करता है ?

मौसम विभाग के अलर्ट और उसके रंग का महत्व

यह भी पढ़ें: जब जशपुर में अचानक आई बाढ़ में बह गई जलती चिता

मौसम वैज्ञानिक बीके चिंधालोरे ने बताया कि "मौसम विभाग गर्मी, ठंड और बरसात को लेकर अलर्ट जारी किया जाता है. गर्मी के दिनों में ग्रीष्म लहर चलने को लेकर अलर्ट जारी किया जाता है. इसी तरह ठंड के दिनों में शीतलहर चलने को लेकर अलर्ट जारी किया जाता है. बारिश को लेकर मौसम विभाग अलर्ट जारी करता है. ग्रीन अलर्ट में किसी तरह की कोई चेतावनी नहीं होती. यलो अलर्ट इसमें सिर्फ ध्यान रखना होता है. ऑरेंज अलर्ट में शहर से बाहर जाते समय ध्यान रखने की जरूरत होती है. रेड अलर्ट में पूरी तरह से ध्यान रखना होता है या फिर कहीं बाहर जा रहे हो तो उसे स्थगित करना ही ज्यादा अच्छा होता है. जब भी अलर्ट जारी किया जाता है तो राहत आयुक्त को इसकी सूचना दी जाती है. जिसके बाद राहत आयुक्त के माध्यम से सभी जिला कलेक्टर को इस अलर्ट के बारे में सूचित किया जाता है."

weather department alerts
मौसम विभाग के अलर्ट और उसके रंग का महत्व

ग्रीन अलर्ट का मतलब: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ग्रीन अलर्ट का मतलब होता है कि मौसम ठीक है. इस अलर्ट की वजह से कोई भयानक स्थिति पैदा नहीं हो रही. मौसम विभाग की ओर से इसको लेकर कोई खास अलर्ट जारी नहीं किया जाता है.

यलो अलर्ट का मतलब: मौसम विभाग के यलो अलर्ट का मतलब खतरे के प्रति सचेत रहें. यलो अलर्ट के तहत लोगों को सचेत रहने के लिए निर्देश दिए जाते है. यह अलर्ट जस्ट वॉच का सिग्नल है. क्योंकि कोई भी दिक्कत आ सकती है. येलो अलर्ट अनुसार, मौसम अधिक खराब हो सकता है, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए.

ऑरेंज अलर्ट का मतलब: ऑरेंज अलर्ट भारी बारिश के लिए चेतावनी जारी की जाती है. इसके बाद मौसम विभाग सचेत रहने के लिए जारी करता है. मौसम विभाग ऑरेंज अलर्ट जारी करता है. इसका मतलब आप को खराब मौसम के लिए तैयार रहने की जरूरत है. इसके लिए आप तैयार हो जाएं. मौसम ऐसे करवट लेता है जिसका असर जनजीवन पर पड़ सकता है. तब इस तरह का अलर्ट जारी किया जाता है. खराब मौसम के लिए यात्रा कामकाज और दूसरी गतिविधियों में तैयारी रखने की जरूरत होती है.

रेड अलर्ट का मतलब: मौसम विभाग द्वारा रेड अलर्ट क्रिया या फिर एक्शन का वक्त होता है. रेड अलर्ट में अधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की जाती है. मौसम विभाग गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता है. इस तरह का अलर्ट कम ही होता है. रेड अलर्ट के मायने हैं कि अब जान माल की सुरक्षा का समय आ चुका है. अक्सर इस अलर्ट के बाद खतरे के जोन में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जाता है.

रायपुर: मौसम विभाग की तरफ से लोगों को सावधान और सर्तक रहने के लिए गर्मी, ठंड और बरसात के दिनों में कई तरह के अलर्ट जारी किए जाते हैं. जिसमें ग्रीन, यलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट होता है. जिससे लोग सतर्क और सावधान रहकर अपना काम कर सकें. मौसम विभाग द्वारा जारी किए जाने वाले अलग-अलग रंगों के बारे में मौसम विभाग किस तरह की सूचना या सावधानी बरतने के लिए चेतावनी जारी करता है ?

मौसम विभाग के अलर्ट और उसके रंग का महत्व

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मौसम वैज्ञानिक बीके चिंधालोरे ने बताया कि "मौसम विभाग गर्मी, ठंड और बरसात को लेकर अलर्ट जारी किया जाता है. गर्मी के दिनों में ग्रीष्म लहर चलने को लेकर अलर्ट जारी किया जाता है. इसी तरह ठंड के दिनों में शीतलहर चलने को लेकर अलर्ट जारी किया जाता है. बारिश को लेकर मौसम विभाग अलर्ट जारी करता है. ग्रीन अलर्ट में किसी तरह की कोई चेतावनी नहीं होती. यलो अलर्ट इसमें सिर्फ ध्यान रखना होता है. ऑरेंज अलर्ट में शहर से बाहर जाते समय ध्यान रखने की जरूरत होती है. रेड अलर्ट में पूरी तरह से ध्यान रखना होता है या फिर कहीं बाहर जा रहे हो तो उसे स्थगित करना ही ज्यादा अच्छा होता है. जब भी अलर्ट जारी किया जाता है तो राहत आयुक्त को इसकी सूचना दी जाती है. जिसके बाद राहत आयुक्त के माध्यम से सभी जिला कलेक्टर को इस अलर्ट के बारे में सूचित किया जाता है."

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मौसम विभाग के अलर्ट और उसके रंग का महत्व

ग्रीन अलर्ट का मतलब: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ग्रीन अलर्ट का मतलब होता है कि मौसम ठीक है. इस अलर्ट की वजह से कोई भयानक स्थिति पैदा नहीं हो रही. मौसम विभाग की ओर से इसको लेकर कोई खास अलर्ट जारी नहीं किया जाता है.

यलो अलर्ट का मतलब: मौसम विभाग के यलो अलर्ट का मतलब खतरे के प्रति सचेत रहें. यलो अलर्ट के तहत लोगों को सचेत रहने के लिए निर्देश दिए जाते है. यह अलर्ट जस्ट वॉच का सिग्नल है. क्योंकि कोई भी दिक्कत आ सकती है. येलो अलर्ट अनुसार, मौसम अधिक खराब हो सकता है, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए.

ऑरेंज अलर्ट का मतलब: ऑरेंज अलर्ट भारी बारिश के लिए चेतावनी जारी की जाती है. इसके बाद मौसम विभाग सचेत रहने के लिए जारी करता है. मौसम विभाग ऑरेंज अलर्ट जारी करता है. इसका मतलब आप को खराब मौसम के लिए तैयार रहने की जरूरत है. इसके लिए आप तैयार हो जाएं. मौसम ऐसे करवट लेता है जिसका असर जनजीवन पर पड़ सकता है. तब इस तरह का अलर्ट जारी किया जाता है. खराब मौसम के लिए यात्रा कामकाज और दूसरी गतिविधियों में तैयारी रखने की जरूरत होती है.

रेड अलर्ट का मतलब: मौसम विभाग द्वारा रेड अलर्ट क्रिया या फिर एक्शन का वक्त होता है. रेड अलर्ट में अधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की जाती है. मौसम विभाग गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता है. इस तरह का अलर्ट कम ही होता है. रेड अलर्ट के मायने हैं कि अब जान माल की सुरक्षा का समय आ चुका है. अक्सर इस अलर्ट के बाद खतरे के जोन में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जाता है.

Last Updated : Jun 23, 2023, 5:06 PM IST
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