रायपुर: भोले की भक्ति, बारिश की फुहार और बारह महीनों का राजा माने जाने वाले सावन की शुरुआत बुधवार से हो रही है. इस बार सावन में कई संयोग बन रहे हैं. 125 साल बाद हरियाली अमावस्या पर पंच महायोग का संयोग रहेगा. नाग पंचमी भी इस साल सोमवार को पड़ रही है.
शिव आराधना का दिन होने की वजह से इस दिन नाग पंचमी का विशेष महत्व है. बरसों बाद स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन का संयोग भी एक ही दिन रहेगा. सावन महीना शुरू होने के पहले सोमवार को खंडग्रास चंद्र ग्रहण होगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा.
एक ही दिन स्वतंत्रता दिवस और राखी का त्योहार
आजादी का पर्व स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को चंद्र प्रधान श्रावण नक्षत्र में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा. 19 साल पहले वर्ष 2000 में ऐसा योग बना था. ज्योतिषी के अनुसार रात नौ बजे के बाद पंचक शुरू होगा इससे पूर्व राखी बनवाना श्रेष्ठ रहेगा.
17 जुलाई से शुरू हो रहा है सावन
इस बार सावन 17 जुलाई से शुरू हो रहा है. इस दिन वज्र और विश कुंभ योग बन रहा है. इस बार 30 दिन का सावन है, जिसमें चार सोमवार आएंगे तीसरे सोमवार को श्री संयोग विशेष फलदाई होगा. सावन प्रारंभ होने से पहले 16 और 17 जुलाई की रात खंडग्रास चंद्र ग्रहण का योग है, जो पूरे भारत में दिखाई देगा.
ग्रहण के वक्त इस वक्त खाएं खाना
ग्रहण का सूतक गुरु पूर्णिमा के दिन 16 जुलाई को दोपहर 4:32 बजे से शुरू हो जाएगा. ग्रहण का स्पर्श 17 जुलाई रात 1:32 बजे होगा ग्रहण मध्यकाल 4:30 बजे होगा सूतक अवस्था में भोजन व सजन शास्त्रों के अनुसार वर्जित है. बच्चे, बुजुर्ग, मरीज और गर्भवती महिलाएं ग्रहण शुरू होने से पहले 5 घंटे पहले यानी रात के 8.32 बजे तक खाना खा सकती हैं. ग्रहण की समय अवधि 2 घंटे 58 मिनट रहेगी.
सोमवार को नागपंचमी 16 अगस्त 1999 में थी
- इस बार सावन में नाग पंचमी 5 अगस्त (सोमवार) है और विशेष योग लेकर आ रही है. 20 साल बाद यह योग बना है.
- इससे पहले सावन में सोमवार को नाग पंचमी का संयोग 16 अगस्त 1999 में बना था.
- आगामी समय में 21 अगस्त 2023 को यह योग फिर बनेगा. 2023 में सावन मास में अधिक मास होने से सावन मास 2 माह का रहेगा और उसमें 8 सोमवार आएंगे.
- नाग पंचमी पर सोमवार की युक्ति अनिष्ट ग्रहों की शांति हेतु सर्वोत्तम सिद्ध योग है.
- इस योग में शिवजी का रुद्राभिषेक पूजन सर्व मनोकामना सिद्धि के लिए अचूक माना जाता है.