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कोरोना काल में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर में आई ग्रोथ, पर्याप्त संख्या में वेंटिलेटर, ICU बेड उपलब्ध

कोरोना वायरस के दंश ने किसी भी क्षेत्र को नहीं छोड़ा. कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने लॉकडाउन तो लगाया. इन सब के बीच बाजार में मंदी छा गई. वहीं मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर में ग्रोथ हुआ है.

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Published : Dec 5, 2020, 3:13 PM IST

Updated : Dec 6, 2020, 10:38 AM IST

Health department grew during corona period
स्वास्थ्य विभाग को मिली मजबूती

रायपुर: कोरोना महामारी की मार से जहां हर कोई बेहाल है वहीं एक ऐसा सेक्टर पर भी है जिसने कोरोना काल में ग्रोथ किया है. कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग लगातार आगे बढ़ रहा है. कोरोना काल में मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए प्रदेश की अधिकांश अस्पतालों में नए मशीन मंगवाई गई. जिससे अस्पतालों का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हुआ है.

कोरोना काल में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर में आई ग्रोथ

स्वास्थ्य विभाग का इंफ्रास्ट्रक्चर आज जितना मजबूत है उतना पहले नहीं था. आज अस्पतालों के पास वेंटीलेटर्स की संख्या जितनी है उतनी किसी ने सोची भी नहीं थी. इसके साथ ही आईसीयू बेड की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. इसके अलावा फ्रंट लाइन स्टाफ की संख्या भी लगातार बढ़ रही है.

पढ़ें: आपदा में अवसर: कोरोना काल में छात्र ने ढूंढा रोजगार, मूर्ति बना कर रहा है कमाई


स्वास्थ्य विभाग को मिली मजबूती
आईसीएमआर(Indian Council of Medical Research) के सदस्य डॉ राकेश गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने तेजी से मरीजों के लिए व्यवस्थाएं की हैं और अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव किया है. इसके साथ ही अलग- अलग योजनाें भी चलाई गई. उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने स्वास्थ्य विभाग को मजबूत किया है.

पढ़ें: बिलासपुर: कोरोना वैक्सिनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार,सेंट्रल गाइडलाइंस का इंतजार

वेंटिलेटर की पर्याप्त संख्या
स्वास्थ्य विभाग के जॉइंट डायरेक्टर डॉ सुभाष पांडेय ने बताया कि आज हमारे पास आईसीयू बेड, एचपीयू बेड, वेंटिलेटर की संख्या पर्याप्त है. यही नहीं हमारे पास आज हर जिले में अस्पताल मौजूद है. हर जिले में 100 बेड के अस्पताल बनाए गए हैं. इसके अलावा हमारे जो स्टाफ है उन्हें तकनीकी ट्रेनिंग भी दी गई साथ ही लगातार स्वास्थ विभाग के लिए सरकार और केंद्र सरकार की ओर से काम किया गया. वहीं राज्य सरकार ने शहरी स्वास्थ्य विभाग स्लम योजना वैन एम्बुलेंस की शुरुआत भी की है.

रायपुर: कोरोना महामारी की मार से जहां हर कोई बेहाल है वहीं एक ऐसा सेक्टर पर भी है जिसने कोरोना काल में ग्रोथ किया है. कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग लगातार आगे बढ़ रहा है. कोरोना काल में मरीजों को बेहतर सुविधा देने के लिए प्रदेश की अधिकांश अस्पतालों में नए मशीन मंगवाई गई. जिससे अस्पतालों का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हुआ है.

कोरोना काल में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर में आई ग्रोथ

स्वास्थ्य विभाग का इंफ्रास्ट्रक्चर आज जितना मजबूत है उतना पहले नहीं था. आज अस्पतालों के पास वेंटीलेटर्स की संख्या जितनी है उतनी किसी ने सोची भी नहीं थी. इसके साथ ही आईसीयू बेड की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. इसके अलावा फ्रंट लाइन स्टाफ की संख्या भी लगातार बढ़ रही है.

पढ़ें: आपदा में अवसर: कोरोना काल में छात्र ने ढूंढा रोजगार, मूर्ति बना कर रहा है कमाई


स्वास्थ्य विभाग को मिली मजबूती
आईसीएमआर(Indian Council of Medical Research) के सदस्य डॉ राकेश गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने तेजी से मरीजों के लिए व्यवस्थाएं की हैं और अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव किया है. इसके साथ ही अलग- अलग योजनाें भी चलाई गई. उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने स्वास्थ्य विभाग को मजबूत किया है.

पढ़ें: बिलासपुर: कोरोना वैक्सिनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार,सेंट्रल गाइडलाइंस का इंतजार

वेंटिलेटर की पर्याप्त संख्या
स्वास्थ्य विभाग के जॉइंट डायरेक्टर डॉ सुभाष पांडेय ने बताया कि आज हमारे पास आईसीयू बेड, एचपीयू बेड, वेंटिलेटर की संख्या पर्याप्त है. यही नहीं हमारे पास आज हर जिले में अस्पताल मौजूद है. हर जिले में 100 बेड के अस्पताल बनाए गए हैं. इसके अलावा हमारे जो स्टाफ है उन्हें तकनीकी ट्रेनिंग भी दी गई साथ ही लगातार स्वास्थ विभाग के लिए सरकार और केंद्र सरकार की ओर से काम किया गया. वहीं राज्य सरकार ने शहरी स्वास्थ्य विभाग स्लम योजना वैन एम्बुलेंस की शुरुआत भी की है.

Last Updated : Dec 6, 2020, 10:38 AM IST
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